Narayan Jagadeesan Biography, Profile, Age, Wife और भी जाने बहुत कुछ उनके बारे में

Narayan Jagadeesan का परिचय

Narayan Jagadeesan आज क्रिकेट जगत का जाना माना नाम है इन्होंने अपनी मेहनत ओर लगन से ये मुकाम बनाया है। नारायण जगदिसन दाए हाथ से बलेबाजी करते है ओर ये विकेट के पीछे अच्छी विकेट कीपिंग भी करते है। टीम मे ये बलेबाज ओर विकेट कीपर दोनो की भूमिका मे रहते है। ज्यादा क्रिकेट तमिलनाडु की तरफ से खेला है। नारायण जगडेसन की लंबाई 5″11′ इंच ओर वजन 65 किलो है। तमिलनाडु की तरफ से अन्डर 14, अन्डर 16 ओर अन्डर 19 सभी ग्रुप मे क्रिकेट का खेला है।

Narayan Jagadeesan Biography, Family and Wife

Narayan Jagadeesan  का जन्म 24 दिसम्बर 1995 के दिन कोइमबटुर तमिलनाडु के हिन्दू परिवार मे हुआ था इनके पिता का नाम सी.जे. नारायण है ओर माता का नाम जयश्री है। इनके पिता पूर्व Cricketer है ओर माता गृहणी है। क्रिकेट खेलने की प्रेरणा अपने पिता से मिली। नौ साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया था। सबसे पहले तमिलनाडु की अन्डर 14 की टीम का हिसा बने फिर अन्डर 16 का ओर इसके बाद अन्डर 19 टीम मे रहे। Narayan Jagadeesan को साउथ इंडियन फूड बहुत पसंद है ओर विराट कोहली को अपना आदर्श मानते है। Narayan Jagadeesan अब तक शादी नहीं की है।

Narayan Jagadeesan का Education

Narayan Jagadeesan की प्रारभिक शिक्षा कोइमबटुर के हाई स्कूल मे की ओर अपनी ग्रैजूइट की डिग्री पी यास जी कॉलेज कोइमबटुर से पूरी की है। इनको शुरू मे पिता ने ही प्रेरित किया क्रिकेट खेलने के लिए ओर प्रारम्भिक ट्रैनिंग भी दी। नौ साल के बाद पिता ने एक कोच के पास कोचिंग के लिए भेज जिन्हों ने नारायण जगड़ीसान को पूरी तरह से पेशेवर क्रिकेट के लिए कोचिंग दी। Narayan Jagadeesan के कोच ओर मेन्टर श्री ए.जी. गुरुषमी है। गुरुषमी जी ने ही Narayan Jagadeesan को इंटरनेशनल लेवल का खिलाड़ी बनाया।

Narayan Jagadeesan Biography

व्यक्तिगत जीवन

पूरा नामनारायण जगदीसन
जन्म तिथि24 दिसंबर 1995
उम्र27 साल
ऊंचाई5′ 11″
पेशाक्रिकेटर
वजन65 किग्रा
आंखों का रंग और बालों का रंगकाला
जन्म स्थानकोयंबटूर, तमिलनाडु
राशि चक्र साइनमकर
राष्ट्रीयताभारतीय
गृहनगरकोयम्बटूर
कॉलेजपीएसजी कॉलेज, कोयम्बटूर
शैक्षिक योग्यतावाणिज्य में स्नातक

परिवार

पितासी.जे. नारायण (क्रिकेटर)
माताजयश्री
कोच/मेंटरए.जी. गुरुसामी
धर्महिंदू धर्म
पसंदीदा क्रिकेटरविराट कोहली
पसंदीदा खानादक्षिण भारतीय
वैवाहिक स्थितिअविवाहित

Narayan Jagadeesan स्पोर्ट्स करिअर

क्रिकेट डेब्यूT20 Format – 30 जनवरी 2017, हैदराबाद बनाम तमिलनाडु से डैब्यू किया, चेन्नई
जर्सी नंबर18
घरेलू / राज्य टीमतमिलनाडु संयुक्त जिले XI, डिंडीगुल ड्रैगन्स, तमिलनाडु अंडर -14, 19, 22, 23 और 25 मे खेला
पसंदीदा शॉटनारायण जगदीसन का पसंदीदा शॉट फ्रंट-फुटेड ड्राइव ओर अंदर-बाहर लोफ्टेड स्ट्रोक भी  बहुत शानदार लगते है
रिकॉर्ड्सतमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL): 8 पारियों में 56 की औसत से 397 रन बनाए और पांच अर्धशतक लगाए अब तक टूर्नामेंट में किसी भी खिलाड़ी द्वारा सर्वाधिक।

Narayan Jagadeesan ने विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा

Narayan Jagadeesan biography

21 नवंबर 2022 को, उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी (2022-23) में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 141 गेंदों में 277 रन बनाकर पुरुषों की “लिस्ट ए” क्रिकेट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

Narayan Jagadeesan ने “लिस्ट ए” क्रिकेट में लगातार पांच शतक मारने का विश्व रिकॉर्ड भी बनाया है।

करियर टर्निंग प्वाइंट

  • तमिलनाडु प्रीमियर लीग (2017) 22 जुलाई से 20 अगस्त 2017 तक तमिलनाडु प्रीमियर लीग में सर्वाधिक रन (397) बनाकर प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ का पुरस्कार जीत कर सभी को चौका दिया यही से वो सभी के नज़रों मे आए।
  • 27 अक्टूबर 2016 को, उन्होंने कटक में प्रथम श्रेणी में पदार्पण (2016-17 रणजी ट्रॉफी में मध्य प्रदेश बनाम तमिलनाडु) किया और ‘मैन ऑफ द मैच’ का पुरस्कार प्राप्त किया।
  • 26 फरवरी, 2017 को, उनकी “लिस्ट-ए” की शुरुआत कटक में (तमिलनाडु बनाम उत्तर प्रदेश) थी, जहां उन्होंने तमिलनाडु के लिए खेला था।
  • 9 फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैचों में उनका टोटल स्कोर 43.70 के औसत से 437 है जिसमें 2 सेन्चरी, 1 हाफ सेंचुरी और 33 कैचेस हैं।
  • T20 में उन्होंने 30.85 (13 मैच) की औसत से 216 रन बनाए।
  • जगदीशन के द्वारा 10 लिस्ट-ए मैचों में 44.30 की ऐव्रिज से 443 रन बनाए।
  • उन्हें आईपीएल 2018 में खेलने के लिए चेन्नई सुपर किंग्स द्वारा ₹20 लाख में चुना गया है।

क्रिकेट खेलने की प्रेरणा

Narayan Jagadeesan को क्रिकेट खेलने की प्रेरणा अपने पिता से मिली जो की टाटा इलेक्ट्रॉनिक कंपनी के लिए खेल करते थे। नौ साल की उम्र से क्रिकेट खेल मे रुचि लेना चालू किया। शुरुआत मे वह एक तेज गेंदबाज बनना चाहता था लेकिन उसके गुरु और पिता ने उसे विकेटकीपर बनने का सुझाव दिया।

उनके अनुसार उनकी विकेटकीपर की भूमिका उनकी बल्लेबाजी को विकसित करने में बहुत मदद करती है क्योंकि वह प्रत्येक गेंद को सूक्ष्मता से देख सकते हैं और पूरे खेल को मैदान में 360 डिग्री के कोण पर देख सकते हैं।

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