Kashvee Gautam, Biography in Hindi, Domestic career, WPL, Husband, Net worh गली मे लड़कों के साथ क्रिकेट खेली, क्रिकेट की खातिर अपने बालों की दी कुर्बानी,जानिए WPL 2024 की सबसे महंगी भारतीय अनकैप्ड खिलाड़ी की कहानी

Kashvee Gautam: आज भी हमारे देश में बहुत ही कम लड़कियों को लड़कों की तरह बाहर खेलने और घूमने की आजादी दी जाती है। और यदि लड़कियां बाहर जाकर कुछ करने का प्रयास करती है तो उन्हें और उनके परिवार वालों को ताने दिए जाते हैं। परंतु इसके बाद भी कुछ बहादुर लड़कियां है जो परिस्थितियों से डरते हुए पीछे नहीं हटी और अपनी मेहनत से ताने मारने वालों को कड़ा जवाब दिया है।

आज इस आर्टिकल में हम एक ऐसी ही बहादुर भारतीय महिला क्रिकेटर काशवी गौतम के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिन्होंने अपनी चाची के कहने पर क्रिकेट खेलना शुरू किया और लोगों की आलोचना सुनते हुए आगे बढ़ी और आज वह एक सफल क्रिकेटर है तो आईए जानते हैं उनके बारे में –

भारतीय महिला क्रिकेटर काशवी गौतम का जन्म 18 अप्रैल 2003 को पंजाब के एक हिंदू ब्राह्मण परिवार में हुआ और 2025 के अनुसार वह 22 वर्ष की हो चुकी है एवं वह हिंदू धर्म को मानती हैं।

गली में लड़कों के साथ क्रिकेट खेलने वाली काशवी गौतम (Kashvee Gautam) आज क्रिकेट जगत की उभरती हुई सितारा है। यूटी क्रिकेट एसोसिएशन में बतौर आलराउंडर खेलने वाली काशवी गौतम के पिता सुदेश शर्मा बताते हैं कि काशवी को क्रिकेटर बनाने की उनकी कोई योजना नहीं थी।

घर के बाहर गली में बच्चे क्रिकेट खेलते थे, उन्हीं के साथ काशवी भी खेलती थी। उन्हीं के साथ खेलते धीरे -धीरे काशवी की खेल में रूचि बनी और वह उन्हीं लड़कों की टीम में उनके साथ खेलने लगी।

बेटी की रूचि को देखते हुए मैंने सेक्टर-26 क्रिकेट अकादमी में उसे कोच नागेश गुप्ता के पास भेजना शुरू कर दिया। लड़कियों के ज्यादा मैच नहीं होने की वजह से कोच नागेश गुप्ता ने भी काशवी के खेल को निखारने के लिए कई स्थानीय स्तर के टूर्नामेंट में उसे लड़कों की टीम में शामिल किया। काशवी तब भी लड़कों से बेहतर प्रदर्शन करती थी।

काशवी के पिता सुदेश शर्मा बताते हैं कि काशवी खेल के प्रति जुनूनी हैं। काशवी को क्रिकेट खेलना इतना ज्यादा पसंद है कि आज भी कहीं छोटे-छोटे बच्चे ही क्रिकेट खेल रहे हों तो काशवी उनके साथ ही घंटों क्रिकेट खेलती रहती है। कोच नागेश ने जब पीरमुच्छला में कोचिंग देना शुरू किया तो काशवी को सेक्टर -37 से पीरमुच्छला आने जाने में खासी दिक्कत होती थी। इसलिए मैंने ढकोली की ग्रीन वैली टावर में शिफ्ट कर लिया, ताकि उसके अभ्यास में कोई खलल न पड़े।

कोच नागेश गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2016 में काशवी उनके पास क्रिकेट सीखने के लिए आई थी। उस समय उसकी उम्र 14 साल की थी। वैसे तो हर क्रिकेटर शुरुआत में बल्लेबाज ही बनना चाहता है लेकिन कोच ही उसकी खूबी को पहचानता है। काशवी की गेंदबाजी में मैंने शुरू से ही स्विंग देखी। फिर उसकी गेंदबाजी में स्टीकता और स्पीड पर काम किया, इसके साथ काशवी को बतौर आलराउंडर बनाने के लिए उसकी बल्लेबाजी पर भी मेहनत की।

काशवी बेहद मेहनती हैं और उसे कोई भी बात बार बार नहीं समझानी पड़ती है। नतीजा यह है कि काशवी मैदान में टीम की जरूरत के हिसाब से अपना बेहतर प्रदर्शन कर रही है। सीनियर स्टेट, नोर्थ जोन और इंडिया ए के लिए काशवी काफी बेहतर प्रदर्शन किया, दूसरा वह आलराउंडर हैं इसीलिए गुजरात जायंट्स ने उस पर भरोसा जताया है।

यूटी क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट संजय टंडन ने बताया कि बीसीसीआइ टूर्नामेंट में खेलने वाले सभी खिलाड़ी तकनीकी रूप से एक जैसे होते हैं। बावजूद इसके कुछ खिलाड़ी बड़े मौके पर बेहतर जिम्मेदारी के साथ खुद को साबित करते हैं।

काशवी ने हर मुकाबले में खुद को साबित किया है। इसी वजह से आज उसने यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने इस मौके पर टंडन ने बीसीसीआइ का भी धन्यवाद किया, उन्होंने कहा कि अगर बीसीसीआइ ने यूटीसीए को मान्यता नहीं दी होती तो ऐसी प्रतिभाएं गली में ही क्रिकेट खेलने तक सीमित रह जाती।

Kashvee Gautam
Kashvee Gautam

Kashvee Gautam पर WPL Auction मे पैसा बरसा

 मुंबई में शनिवार को हुई वुमेन प्रीमियर लीग में यूं तो ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर सदरलैंड को दो करोड़ रुपये मिले, लेकिन पूरी चर्चा कर्नाटक की 20 साल की वृंदा दिनेश (Vrinda Dinesh) और खासकर 20 साल की काशवी गौतम (Kashvee Gautam) की रहीं।

काशवी एक अनकैप्ड प्लेयर हैं और उन्हें अभी भारत के लिए पहला मैच खेलना बाकी है, लेकिन उन्होंने अपनी  मिली हुई रकम से भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर को भी पीछे छोड़ दिया। काशवी गौतम को गुजरात जायंट्स (Gujrat Giants) ने दो करोड़ रुपये में खरीदा. और वह इस रकम के साथ वुमेन प्रीमियर लीग के इतिहास में सबसे ज्यादा रकम पाने वाली अनकैप्ड खिलाड़ी बन गईं।

Kashvee Gautam जैसा पैसा हरमनप्रीत कौर को भी नहीं मिला था

जब पिछले साल पहली बार वीमेन प्रीमियर लीग की नीलामी हुई थी, तो पिछले कई सालों से भारत की कप्तानी कर रहीं हरमनप्रीत कौर को सिर्फ 1.80 करोड़ ही मिले थे, लेकिन एक साल बाद ही 20 साल की काशवी गौतम (Kashvee Gautam) को दो करोड़ रुपये मिलना बताता है कि वीमेन क्रिकेट का ग्रामर कितनी तेजी से बदल रहा है. और आने वाले समय में इसका भविष्य कैसा है।

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Kashvee Gautam ने अंडर-19 मैच में किया था बड़ा धमाका

घरेलू क्रिकेट में चंडीगढ़ के लिए खेलने वाली काशवी के लिए यह साल 2020 का समय था, जब उन्होंने अंडर-19  के पचास ओवरों के मैच में पारी के सभी दस विकेट चटकाए। उन्होंने 4.5 ओवरों में एक मेडन रखते हुए 12 रन देकर 10 विकेट लिए थे और तब से उनका यह सफर अब इस मुकाम तक आ पहुंचा है, जहां उन्होंने 20 साल की उम्र में ही दो करोड़ रुपये कमा लिए।

Kashvee Gautam WPL 2024 टूर्नामेंट से हुईं बाहर

महिला प्रीमियर लीग 2024 के दूसरे संस्करण की शुरुआत से पहले गुजरात जाएंट्स को तगड़ा झटका लगा है। टीम की सबसे महंगी अनकैप्ड खिलाड़ी Kashvee Gautam चोट की वजह से बाहर हो गई हैं। उन्हें फ्रेंचाइजी ने दो करोंड़ रुपये की मोटी रकम खर्च कर टीम में शामिल किया था। गुजरात के अलावा रॉयल चैलेंजर्स बैंग्लोर की एक खिलाड़ी भी चोट के कारण बाहर हो गई हैं।

Kashvee Gautam की जगह इस महिला खिलाड़ी को मिला मौका

महिला प्रीमियर लीग का दूसरा सीजन 23 फरवरी से शुरु होगा। गत विजेता मुंबई इंडियंस और उपविजेता दिल्ली कैपिटल्स के बीच मुकाबले से इस टूर्नामेंट की शुरुआत होगी। इस लीग की शुरुआत से पहले गुजरात जाएंट्स की सबसे महंगी खिलाड़ी चोटिल हो गई हैं। काश्वी गौतम इस लीग का हिस्सा नहीं बन पाएंगी। उनकी जगह फ्रेंचाइजी ने 10 लाख रुपये की रकम खर्च कर मुंबई की सयाली सथगरे को टीम में शामिल किया है।

Kashvee Gautam कौन है?

Kashvee Gautam एक भारतीय महिला क्रिकेटर हैं जो एक गेंदबाज के रूप में खेलती है और दाएं हाथ की मध्यम गति की गेंदबाजी करती है और वह क्रिकेट मैच में सभी 10 विकट लेने वाली पहले भारतीय महिला होने का रिकॉर्ड रखती है।

Kashvee Gautam का करियर

काश्वी गौतम के करियर की बात करें तो जैसा कि हमने आपको बताया उन्होंने अपनी चाची सुनीता शर्मा के कहने पर क्रिकेट खेलना शुरू किया था और 2020 में पहली बार वह सुर्खियों में तब आई जब उन्होंने प्रदेश में महिला अन्डर-19 एक दिवसीय टूर्नामेंट में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ सभी 10 विकेट हासिल किए और वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गई।

वर्ष 2020 में ही उन्होंने बीसीसीआई सीनियर महिला T20 ट्रॉफी में चंडीगढ़ के लिए 12 विकेट हासिल किए और साथ ही 112 रन भी बनाएं। इसके बा द उन्हें महिला एशिया कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया। काश्वी गौतम ने वर्ष 2023 में लखनऊ में हुए बीसीसीआई सीनियर महिला इंटर जोनल T20 ट्रॉफी में नार्थ जोन के लिए एक हैट्रिक सहित पांच विकेट हासिल किए।

उनकी इस प्रतिभा को देखते हुए उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ तीन t20 सीरीज के लिए भारत ए महिला टीम में चुना गया।

Kashvee Gautam वूमेन प्रीमियर लीग करियर

Kashvee Gautam के आईपीएल करियर की शुरुआत वर्ष 2024 मे हुई जहां उन्हें सबसे कम बेस्ट प्राइस 10 लाख  रुपए पर लिस्ट किया गया था परंतु उम्मीद से परे वह सीजन की सबसे महंगी खिलाड़ी बनी जहां उन्हें दो करोड़ की राशि के साथ गुजरात जॉइंट्स द्वारा टीम का हिस्सा बनाया गया।

Kashvee Gautam की कुल संपत्ति

कुल संपत्ति (Net Worth)  $570000 (2025 के अनुसार)

कुल संपत्ति भारतीय रूपयों में (Net Worth In Indian Rupees) ₹5 करोड़

वार्षिक आय (Yearly Income)         ज्ञात नहीं

मासिक आय (Monthly Income)  ज्ञात नहीं

आय के स्रोत (Income Source)     वूमेन प्रीमियर लीग, विज्ञापन, सोशल मीडिया, आदि

Kashvee Gautam से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण रोचक तथ्य –

काशवी गौतम का जन्म और पालन-पोषण पंजाब के चंडीगढ़ के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ है।

उन्होंने अपनी चाची सुनीता शर्मा के कहने पर क्रिकेट खेलने शुरू किया था।

उनके पिता भी क्रिकेट के दीवाने हैं और कॉलेज के दिनों मे क्रिकेट खेलते थे।

उनके पिता ने अपनी बेटी को एक क्रिकेटर बनाने के लिए काशवी को पूरा सहयोग प्रदान किया।

उन्होंने अंडर-14, अंडर-16 और अंडर-19 टीमों में पंजाब का प्रतिनिधित्व किया है।

2020 में उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ सभी 10 विकेट हासिल करके अंडर-19 एक दिवसीय टूर्नामेंट में एक रिकॉर्ड कायम किया।

वर्ष 2023 में उन्होंने सीनियर महिला इंटर जोनल t20 ट्रॉफी के दौरान नॉर्थ जोन के लिए 5 विकेट हासिल किए।

वह वर्ष 2024 की सबसे महंगी बिकने वाली वूमेन प्रीमियर लीग की खिलाड़ी है।

उन्हें अपने खाली समय में ट्रैवलिंग करना और संगीत सुनना पसंद है।

लड़की होने के बाद क्रिकेट खेलने पर जब उन्हें ताने मिले तो उन्होंने अपने बाल काट कर खुद को लड़कों की तरह दिखना शुरू कर दिया।

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FAQ:

काशवी गौतम का जन्म कब और कहां हुआ?

18 अप्रैल 2003, को पंजाब के चंडीगढ़ में

काशवी गौतम की उम्र कितनी है?

22 वर्ष (2025 के अनुसार)

काशवी गौतम के पिता कौन है?

सुदेश शर्मा

काशवी गौतम की नेटवर्थ कितनी है?

2025 के अनुसार करीब $570000 (लगभग ₹5 करोड़)

काशवी गौतम के बॉयफ्रेंड कौन है?

ज्ञात नहीं।

Kashvee Gautam का परिचय  

आज हम आपको एक ऐसी युवा क्रिकेटर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने न सिर्फ मैदान पर बल्कि नीलामी के दौरान भी धमाल मचा दिया। जी हां, दोस्तों, हम बात कर रहे हैं चंडीगढ़ की 20 साल की युवा क्रिकेट सनसनी Kashvee Gautam की, जिन्होंने विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के दूसरे सीजन की नीलामी में 2 करोड़ रुपये की मोटी रकम के साथ इतिहास रच दिया। गुजरात जायंट्स ने इस युवा खिलाड़ी पर भरोसा जताते हुए उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। आइए, जानते हैं कौन हैं काशवी गौतम और क्यों उनकी तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं।

Kashvee Gautam: एक स्टार का उदय

Kashvee Gautam की कहानी सिर्फ एक क्रिकेटर की नहीं, बल्कि एक सपने को पूरा करने की कहानी है। मात्र 20 साल की उम्र में काशवी ने वो मुकाम हासिल कर लिया है, जिसके लिए खिलाड़ी सालों मेहनत करते हैं। चंडीगढ़ की रहने वाली काशवी ने 13 साल की उम्र में क्रिकेट को गंभीरता से लेना शुरू किया और आज उनकी मेहनत रंग लाई है। उनके माता-पिता ने बताया कि काशवी ने हमेशा से भारतीय टीम के लिए खेलने का सपना देखा था, और आज वो इस सपने के करीब पहुंच गई हैं।

Kashvee Gautam: नीलामी में धमाल: 2 करोड़ का बड़ा दांव

विमेंस प्रीमियर लीग के दूसरे सीजन की नीलामी में काशवी गौतम ने सबको चौंका दिया। उनकी बेस प्राइज 10 लाख रुपये थी, लेकिन गुजरात जायंट्स और यूपी वॉरियर्स के बीच हुई बोली की होड़ ने उनकी कीमत 2 करोड़ रुपये तक पहुंचा दी। ये नीलामी का वो पल था, जब हर किसी की नजरें इस युवा खिलाड़ी पर टिक गईं। गुजरात जायंट्स ने काशवी पर भरोसा जताते हुए उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। ये न सिर्फ काशवी के लिए बल्कि महिला क्रिकेट के लिए भी एक ऐतिहासिक पल था।

Kashvee Gautam का मैदान पर जलवा

Kashvee Gautam सिर्फ नीलामी में ही नहीं, बल्कि मैदान पर भी धमाल मचा चुकी हैं। वो एक मध्यम तेज गेंदबाज हैं और निचले क्रम पर बल्लेबाजी भी करती हैं। उनकी गेंदबाजी की सटीकता और तेजी ने कई बार विपक्षी टीमों को परेशान किया है। तीन साल पहले, अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ वनडे मैच में काशवी ने पारी के सभी 10 विकेट लेकर इतिहास रचा था। उन्होंने सिर्फ 4.5 ओवर में 12 रन देकर 10 विकेट झटके थे। ये कारनामा उन्हें महिला क्रिकेट की दुनिया में एक अलग पहचान दिला चुका है।

Kashvee Gautam पर गुजरात जायंट्स का भरोसा

गुजरात जायंट्स ने काशवी गौतम पर 2 करोड़ रुपये का भारी भरकम दांव लगाया है। ये न सिर्फ उनकी गेंदबाजी क्षमता पर भरोसा है, बल्कि उनकी बल्लेबाजी की काबिलियत को भी मान्यता देता है। काशवी की गेंदबाजी टीम के लिए एक बड़ा हथियार साबित हो सकती है, और उनकी बल्लेबाजी टीम को मुश्किल समय में मजबूती दे सकती है। गुजरात जायंट्स की टीम ने काशवी के साथ जो भरोसा जताया है, वो निश्चित रूप से उनकी कड़ी मेहनत और प्रतिभा का परिणाम है।

Kashvee Gautam का सपना भारतीय टीम

Kashvee Gautam का सपना सिर्फ WPL तक सीमित नहीं है। उनकी नजर भारतीय टीम की नीली जर्सी पर है। उनके माता-पिता का कहना है कि वो चाहते हैं कि उनकी बेटी एक दिन भारत का प्रतिनिधित्व करे। ये सपना न सिर्फ काशवी का है, बल्कि हर उस युवा क्रिकेटर का है, जो मैदान पर अपना खून-पसीना बहाता है।

Kashvee Gautam का इमर्जिंग एशिया कप जीतकर लौटने पर जोरदार स्वागत

इमर्जिंग एशिया कप जीतकर लौटीं खिलाड़ी काश्वी गौतम का ढकोली क्षेत्र की जीवीटी सोसायटी में भाजपा डेराबस्सी के नेता, वित्त कमेटी सदस्य एवं राज्य सचिव संजीव खन्ना की अगुवाई में जोरदार स्वागत किया गया। यहाँ पर  हम आपको यह बता दें कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने खिताबी मुकाबले में बांग्लादेश को 31 रन से शिकस्त देकर इतिहास रच दिया था।

काश्वी गौतम ने बताया कि एशिया कप हांगकांग में 12 से 21 जून तक खेला गया। काश्वी गौतम ने इस जीत का श्रेय माता-पिता और कोच नागेश गुप्ता को दिया। काश्वी यूटीसीए सीनियर महिला टीम की कप्तान की जिम्मेदारी भी निभा रही हैं। इस मौके पर संजीव खन्ना ने काश्वी को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की

महिला क्रिकेट के लिए नई उम्मीद

दोस्तों, काशवी गौतम की सफलता न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत जीत है, बल्कि ये महिला क्रिकेट के लिए एक नई उम्मीद भी है। ये साबित करता है कि अगर आप में प्रतिभा है और मेहनत करने का जज्बा है, तो आप किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं। काशवी की कहानी हर उस युवा खिलाड़ी के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा है।

तो दोस्तों, काशवी गौतम की ये कहानी आपको कैसी लगी? हमें उम्मीद है कि ये युवा क्रिकेट सनसनी आगे भी ऐसे ही शानदार प्रदर्शन करती रहेगी और एक दिन भारतीय टीम की नीली जर्सी पहनकर देश का नाम रोशन करेगी। क्रिकेट के चाहने वालो, काशवी के सफर को सलाम करते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं!

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