Sir Don Bradman – सर डॉन जॉर्ज ब्रैडमैन विश्व के महानतम बल्लेबाज़

Sir Don Bradman का जन्मदिन, जन्मस्थान और परिवार

Sir Don Bradman ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर थे जो विश्व के महानतम बल्लेबाज माने जाते हैं. उनका जन्म आस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स के कोटा मुंद्रा शहर में 27 अगस्त 1908 को हुआ था. उनकी माता का नाम ऐमिली तथा पिता का नाम जॉर्ज ब्रैडमैन था. इनका एक भाई तथा तीन बहने थीं. भाई का नाम विक्टर तथा बहनों का नाम आईलेट, लिलियन तथा एलिजाबेथ मेय था. ब्रैडमैन को क्रिकेट से बहुत लगाव था और वे बचपन से ही बल्लेबाजी का अभ्यास करते रहते थे. उन्होंने खुद सोलो क्रिकेट की स्थापना की थी. सर ब्रैडमैन ने मात्र 12 साल की उम्र में अपने बाउरल स्कूल क्रिकेट टीम की तरफ से पहली सेंचुरी लगाई थी, 115 रन नॉट आउट.

Sir Don Bradman के कैरियर की शुरुआत

ब्रैडमैन ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर की शुरुआत ब्रिसबेन में 30 नवंबर 1928 को इंग्लैंड के खिलाफ की थी परंतु इस मैच में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा. पहली पारी में 18 और दूसरी पारी में सिर्फ एक ही रन बना सके. ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए दूसरी पारी में 742 रन बनाने थे परंतु वह सिर्फ 66 रन बनाकर आउट हो गई और इंग्लैंड ने यह मैच 675 रनों के भारी अंतर से जीत लिया था |

Sir Don Bradman: असंभव औसत

Sir Don Bradman
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क्रिकेट जगत में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में भारत के सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा, गॏरी फील्ड सोवर्से,ऑस्ट्रेलिया के एलेन बॉर्डर, शेन वार्न और न्यूजीलैंड के रिचर्ड हेडली आदि का नाम सामने आता है, परंतु सर ब्रैडमैन का नाम इन सबसे ऊपर आता है | क्रिकेट में सर ब्रैडमैन के नाम बहुत सारे रिकॉर्ड्स हैं, उनमें से कुछ तो टूट गए परंतु कुछ अभी तक अछूते रहे हैं जैसे टेस्ट क्रिकेट में 99.94 का औसत जो टेस्ट क्रिकेट में असंभव लगता है| सर डॉन ब्रैडमैन 1930 से 1940 के दशक में क्रिकेट जगत पर पूरी तरह से छाए हुए थे | उस समय उनके रिकॉर्ड के आसपास भी दुनिया में कोई अन्य बल्लेबाज नहीं था |

ब्रैडमैन ने अपने 20 साल के क्रिकेट कैरियर में 52 टेस्ट मैचों की 80 पारियों में 99.94 के औसत से 6696 रन बनाए हैं, जिनमें 29 शतक शामिल हैं |यद्यपि उनके 29 शतकों की संख्या का रिकॉर्ड तो सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, एलन बॉर्डर आदि क्रिकेटरों ने तोड़ दिया है परंतु मात्र 80 पारियों में 29 शतक बनाने का रिकॉर्ड अभी तक नहीं टूटा है (अगले सबसे तेज 29 टेस्ट शतक लगाने वाले सचिन तेंदुलकर हैं जिन्होंने इसके लिए 148 पारियां खेलीं) |

52 टेस्ट मैचों में 12 दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड अभी भी Sir Don Bradman के नाम है | इतने टेस्ट मैचों में यह भी रिकॉर्ड टूटना असंभव है (श्रीलंका के कुमार संगकारा ने 11 दोहरे शतक 223 पारियों में तथा वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा 9 दोहरे शतक 232 पारियों में बनाये थे )| ब्रैंडमैंन ने प्रथम श्रेणी मैचों में 234 मैचों में 95.14 की औसत से 28067 रन बनाए हैं जिसमें 117 शतक शामिल हैं | टेस्ट क्रिकेट में उनका उच्चतम स्कोर 334 तथा प्रथम श्रेणी में 452 नॉट आउट था|

Sir Don Bradman: टेस्ट औसत विभिन्न देशों के खिलाफ

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टेस्ट मैच में ब्रैडमैन ने इंग्लैंड के खिलाफ 37 मैच खेले | भारत, दक्षिण अफ्रीका तथा वेस्टइंडीज में से प्रत्येक के खिलाफ पांच पांच टेस्ट मैच खेले. इंग्लैंड के खिलाफ 37 मैचों में 89.78 के औसत से 5028 रन बनाए जिसमें 19 शतक तथा 12 अर्धशतक रहे, सर्वाधिक स्कोर 234 था | भारत के खिलाफ 5 मैचों में 178.75 की औसत से 715 रन बनाए जिसमें 4 शतक शामिल थे तथा अधिकतम स्कोर 201 था |

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों में 201.50 की औसत से 806 रन 4 शतक के साथ बनाए. सर्वाधिक स्कोर 299 नॉट आउट था. वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों में 74.50 की औसत से 447 रन 2 शतक के साथ बनाए. सर्वाधिक स्कोर 223 था. सर डॉन ब्रैडमैन के नाम 12 दोहरे शतक तथा दो तिहरे शतक (क्रिस गेल, ब्रायन लारा और वीरेंद्र सहवाग ने बराबरी की) थे और एक बार 299 पर नॉटआउट रहे थे. 299 रन पर नाट आउट रहने वाले पहले और एकमात्र बल्लेवाज |

Sir Don Bradman: फर्स्ट क्लास करियर

20 साल के फर्स्ट क्लास करियर में उन्होंने 6 तिहरे शतक लगाए थे | एक घरेलू मैच के दौरान ब्रैडमैन ने सिर्फ 3 ओवरों में ही शतक ठोक दिया था, उस समय (1931में) ओवर 8 गेंदों का हुआ करता था | पहले ओवर में 30 रन, दूसरे ओवर में 40 रन तथा तीसरे ओवर में 27 रन बनाए थे | ब्रैडमैन, ब्लैक हीथ इलेवन के तरफ से लिथगो इलेवन के खिलाफ खेले थे |

Sir Don Bradman: क्रिकेट की जानकारी

ब्रैडमैन क्रिकेट के बारे में खासी अच्छी जानकारी रखते थे. बल्लेबाजी के अलावा उन्होंने क्रिकेट अंपायरिंग की भी परीक्षा पास की थी तथा बाद में उन्होंने आस्ट्रेलिया में कुछ फर्स्ट क्लास मैचों में अंपायरिंग भी की थी | वर्ष 1934 में ऑस्ट्रेलियाई टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी, ब्रैडमैन भी इस टीम में शामिल थे परंतु उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई वे ठीक से चल भी नहीं पा रहे थे | इसके बाद भी वे टीम की तरफ से मैदान पर उतरे तथा हेडिंग्ले के मैदान पर 304 तथा ओवल के मैदान पर शानदार 204 रन बनाए |

Sir Don Bradman: एक दिन में सबसे ज्यादा रन

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टेस्ट क्रिकेट में 1 दिन में सबसे ज्यादा 309 रन बनाने का रिकॉर्ड ब्रैडमैन के नाम है | लंच के पहले पहला शतक, लंच और चाय के बीच में दूसरा शतक और चाय तथा खेल की समाप्ति तक तीसरा शतक लगाया था | अभी तक कोई अन्य बल्लेबाज यह कारनामा नहीं कर सका | उन्होंने 1930 में इंग्लैंड के विरुद्ध यह रन बनाए थे, उस मैच में उन्होंने अपने टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर 334 रन बनाया था तब ब्रैडमैन 21 वर्ष की उम्र में अपना सातवां टेस्ट मैच खेल रहे थे |

उन्होंने 1 दिन में सबसे ज्यादा 287 रन बनाने का रैगी फास्टर का रिकॉर्ड तोड़ा था, इस पारी के दौरान ब्रैडमैन ने 383 मिनट तक बल्लेबाजी करते हुए 448 गेंदों का सामना किया था | इस पारी में उनका स्ट्राइक रेट 74.55 था. सबसे तेज 5000 रन बनाने का रिकार्ड भी ब्रैडमैन के नाम है. उन्होंने 36 टेस्ट मैचों की 56 पारियों में यह प्रसिद्धि प्राप्त की थी |

Sir Don Bradman: टेस्ट करियर में सिर्फ छह छक्के

आश्चर्य की बात यह है कि ब्रैडमैन ने अपने टेस्ट करियर में सिर्फ छह छक्के ही लगाए थे जबकि चौके 618 लगाए थे |ब्रैडमैन ने अपने टेस्ट कैरियर में 160 गेंदे फेंक कर दो विकेट भी लिए थे |

आप पढ़ रहे है – Sir Don Bradman – सर डॉन जॉर्ज ब्रैडमैन विश्व के महानतम बल्लेबाज़ । अगर आप भारतीय पुरुष क्रिकेट खिलाड़ियों के बारे मे जानना चाहते है तो यह भी पढ़े:- #1. सूर्यकुमार यादव  #2. दिनेश कार्तिक  #3. हार्दिक हिमांशु पांड्या (उपनाम- हैरी) #4. सचिन तेंदुलकर #5. माही-महेंद्र सिंह धोनी #6. इशांत शर्मा #7. उमेश यादव  #8. भुवनेश्वर कुमार #9. जसप्रीत बुमराह  #10. राहुल द्रविड़

Sir Don Bradman: अंतिम टेस्ट मैच

ब्रैडमैन ने अपना अंतिम टेस्ट मैच इंग्लैंड के विरुद्ध अगस्त 1948 में खेला था तथा वे इस मैच में जीरो पर आउट हो गए थे. इंग्लैंड के गेंदबाज एरिक होलीयस ने उन्हें जीरो पर बोल्ड आउट किया था , इसके पश्चात उन्होंने क्रिकेट से संन्यास ले लिया था |

ब्रैडमैन ने अपने टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन 7 मैचों में, 2000 रन 15 मैचों में, 3000 रन 23 मैचों में, 4000 रन 31 मैचों में, 5000 रन 36 मैचों में और 6000 रन 45 मैचों में पूरे किये थे |सर डॉन ब्रैडमैन एक भी एक दिवसीय क्रिकेट मैच नहीं खेले थे क्योंकि उस समय एक दिवसीय क्रिकेट मैच नहीं होते थे | क्रिकेट का यह प्रारूप 1971 से प्रारंभ हुआ था |

Sir Don Bradman: क्रिकेट से संन्यास लेने के पश्चात क्रिकेट जगत की सेवा और सरकार द्वारा उनका सम्मान

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टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के पश्चात भी ब्रैडमैन तीन दशकों तक प्रशासक, चयनकर्ता व लेखक के रूप में क्रिकेट जगत की सेवा करते रहे. उन्होने अपने अनुभवों और टिप्स के बारे में किताबें भी लिखी थी | आस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा उनके सम्मान में उनके चित्र के साथ डाक टिकट भी जारी की गई थी सिक्के भी ढाले गए थे | इनके नाम पर आस्ट्रेलिया में एक संग्रहालय भी बनाया गया था | वह एक तन्हाईपसंद इंसान थे. उन्हें देखने के लिए अपार भीड़ जमा होती थी |

ऑस्ट्रेलियाई सरकार उनके सम्मान में वहां का पोस्टल एड्रेस का कोड 9994 रखा था क्योंकि टेस्ट बल्लेबाजी में उनका औसत 99.94 था | ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने 7 अगस्त 2008 को उनके जन्म दिवस पर $5 मूल्य की स्वर्ण मुद्राएं भी जारी की थी | ब्रैडमैन को उनके अनोखे कारनामों की वजह से अनेक पुरस्कार भी दिए गए थे | प्रतिष्ठित ‘नाइटहुड’ सम्मान ब्रिटिश सरकार द्वारा 1949 में दिया गया था,यह सम्मान पाने वाले वह पहले टेस्ट क्रिकेटर हैं | 1979 में ‘कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलियन’ अवार्ड मिला,’पुरुष एथलीट ऑफ द सेंचुरी’ 1999 में ‘स्पोर्ट्स ऑस्ट्रेलिया हॉल ऑफ फेम’ के द्वारा दिया गया| 2009 में ‘आइ सी सी हाल आफ फेम’ में शामिल किया गया |

दुनिया को अलविदा

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इस तरह सर डॉन ब्रैडमैन अपने समय में क्रिकेट जगत में छाए रहे. दिसंबर 2000 में उन्हें न्यूमोनिया हो गई थी तथा उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसके बाद उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई. अंत में 25 फरवरी 2001 का दुखद दिन आया जब उन्होंने 92 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया, यह तो विधि का विधान है कि जो इस संसार में आया है उसे विधाता द्वारा निश्चित किये दिन को इस दुनिया से विदा होना ही पड़ता है | सर डॉन जार्ज ब्रैडमैन तो चले गए परंतु उनकी प्रसिद्धि, उनके कारनामे तथा उनकी यादें क्रिकेट जगत में हमेशा यादगार बन कर रहेंगी |

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