Simran Shaikh एक भारतीय क्रिकेटर है जिनका पूरा नाम सिमरन बानू शेख है जिन्हें आमतौर पर सिमरन शेख के नाम से जाना जाता है, इनका जन्म 12 जनवरी 2002 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। इन्होंने पहली बार 2022 के उद्घाटन डब्ल्यूपीएल सीज़न के दौरान यूपी वारियर्स टीम के हिस्से के रूप में क्रिकेट की दुनिया में लहरें पैदा कीं।
इनकी आयु अभी करीब 23 वर्ष की है और इनकी बल्लेबाजी शैली दाहिने हाथ के बल्लेबाज की है इनकी गेंदबाजी शैली टीम मे इनकी प्रमुख भूमिका मध्यक्रम बल्लेबाज की है।
महिला क्रिकेट के फैन पूरे दुनिया में हैं। भारत में एक समय था, जब क्रिकेट का मतलब लोग सचिन, सहवाग और सौरव गांगुली को समझते थे। लेकिन अब वो समय बदल गया है। लोग महिला क्रिकेट देखना ज्यादा पसंद करने लगे हैं। महिला क्रिकेट का इतना क्रेज बढ़ा की WPL यानी महिला प्रीमियर लीग की शुरुआत की गई। अपने पहले ही सीजन में यह लीग दुनिया भर के सुर्खियों में हैं।
इस क्रिकेट लीग में खेलने वाली कई नई भारतीय खिलाड़ियों को बेहतरीन मौका मिला है। जैसे- सिमरन शेख, किरण नवगिरे और साइका इशाक। महिला क्रिकेट का इस मुकाम तक पहुंचना इतना आसान नहीं रहा है। इसके लिए काफी संघर्ष करना पड़ा है। आइए जानते हैं सिमरन शेख की संघर्ष की कहानी।
सिमरन शेख यूपी वॉरियर्स की टीम की ओर से खेलती हैं। वो मुंबई में धारावी की रहने वाली हैं। धारावी दुनिया की सबसे बड़ी बस्तियों में से एक है। सिमरन अपने संघर्ष के बदौलत यूपी वॉरियर्स की टीम का हिस्सा बनने में कामयाब हुई हैं। 21 साल की सिमरन यूपी वॉरियर्स की मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजी करती हैं।
सिमरन के पिता जाहिद अली ने बताया, “मेरी बेटी छोटी थी उसी वक्त से उसे क्रिकेट खेलने में दिलचस्पी थी। जब सिमरन बचपन में क्रिकेट खेलने के लिए पार्क जाती थीं, तो उन्हें लोगों से डांट और ताने भी सुनने पड़ते थे, लेकिन अब जब भी वह टीवी स्क्रीन पर आती हैं, तो वही लोग उनका हौसला बढ़ाते हैं और तालियां बजाते हैं।”
पिता जाहिद अली ने बताया, “सिमरन ने हमेशा वैसे लोगों को नजरअंदाज किया है। सिर्फ अपने क्रिकेट पर ध्यान दिया और आगे बढ़ना जारी रखा। क्रिकेट को करियर बनाना किसी के लिए भी एक कठिन काम है। लेकिन सिमरन महिला क्रिकेट लीग में से एक में खेल रही हैं। विश्वास नहीं हो रहा कि वह इस मुकाम तक पहुंच पाएंगी।”
धारावी से बाहर निकालकर WPL में खेलना सिमरन शेख के लिए काबिले तारीफ है। इससे यह साफ पता चलता है कि इन्होंने कितनी मेहनत की होगी। बचपन में ही सिमरन ने क्रिकेट को अपना कैरियर बनाने का ठान ली थी। उन्होंने रोमडे क्रिकेट अकादमी में जॉइन कर लिया था। कोच अजय यादव से उन्होंने क्रिकेट की बारीकियों को सीखा और लगातार अपने आप को क्रिकेट में बेहतर बनाने की कोशिश करती रही।
अपने लगातार मेहनत की वजह से सिमरन शेख का चयन मुम्बई की U19 टीम में हुआ था। इसके बाद उनका चयन मुम्बई की महिला सीनियर टीम में हुआ और आज वो यूपी वॉरियर्स के लिए खेल रही हैं। जाहिद अली ने बताया, “हम गरीब लोग हैं, बचपन में जब मेरी बेटी क्रिकेट खेलती थी। उस वक्त मैं बेटी की मदद करने की स्थिति में नहीं थे, लेकिन ऊपर वाले के करम से वह आगे बढ़ पाई है।”
Simran Shaikh ने 10वीं क्लास के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी। कुछ पैसे बचे हुए थे उससे ही सिमरन ने क्रिकेट खेलने लगीं। अब वह भारत में एक प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी बन गई हैं। सिमरन की मां ने बताया, “पहले वह हमारे नाम से जानी जाती थी, लेकिन अब लोग हमें सिमरन की वजह से पहचानते हैं। लोग आते हैं और कहते हैं कि वह सिमरन की मां हैं। यह मेरे लिए गर्व का पल होता है।

Simran Shaikh की टीमें
गुजरात जायंट्स
मुंबई महिला
यूपी वारियर्स महिला
Simran Shaikh डब्ल्यूपीएल टी20 बैटिंग आँकड़े
टूर्नामेंट | मैच | पारी | नॉट | रन | बेस्ट | औसत | गेंद | स्ट्राइक | शतक |
डब्ल्यूपीएल | 12 | 9 | 2 | 43 | 11 | 6.14 | 61 | 70.49 | 0 |
Simran Shaikh के हालिया मैच
जीजी महिला बनाम एमआई महिला 3 18-फरवरी-2025 वडोदरा WT20
जीजी महिला बनाम यूपीडब्ल्यू महिला — 16-फ़रवरी-2025 वडोदरा WT20
जीजी महिला बनाम आरसीबी महिला 11 14-फरवरी-2025 वडोदरा WT20
यूपीडब्ल्यू महिला बनाम एमआई महिला 0 24-मार्च-2023 डीवाई पाटिल WT20
यूपीडब्ल्यू महिला बनाम डीसी महिला 11 21-मार्च-2023 ब्रैबोर्न WT20
Simran Shaikh का संघर्ष

Simran Shaikh की मां का कहना है कि अब लोग उन्हें बेटी के कारण पहचानते हैं। लोग आते हैं और कहते हैं कि वह सिमरन की मां हैं। यह मेरे लिए गर्व का क्षण है।
महिला प्रीमियर लीग (WPL) को लेकर फैंस के बीच काफी क्रेज है। अपने पहले ही सीजन में यह लीग दुनिया भर में सुपरहिट हो गई है। इस लीग ने कई नए भारतीय खिलाड़ियों को निखर कर सामने आने का मौका भी दिया है। किरण नवगिरे और साइका इशाक समेत कई गरीब और छोटे शहर की लड़कियों ने इस लीग में अपना कमाल दिखाया है।
अब यूपी वॉरियर्स की टीम का नियमित हिस्सा बन चुकीं सिमरन शेख की भी संघर्ष की कहानी सामने आई है। सिमरन देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में स्थित एशिया की सबसे बड़ा स्लम एरिया धारावी से ताल्लुक रखती हैं।
Simran Shaikh को पहले मिली डांट, अब बढ़ा रहे हौसला
21 वर्षीय यूपी वॉरियर्स की मध्यक्रम की बल्लेबाज Simran Shaikh को क्रिकेट की दुनिया में अपनी जगह बनाने के लिए काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा है। दुनिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्तियों में से एक धारावी की रहने वाली सिमरन अपने संघर्ष करने की क्षमता की बदौलत ही यूपी वॉरियर्स की टीम का नियमित हिस्सा बनने में कामयाब रहीं।
बचपन के दिनों में उन्हें पार्क में क्रिकेट खेलने के लिए लोगों से डांट और अपशब्द भी सुनने पड़ते थे, लेकिन अब जब भी वह टीवी स्क्रीन पर आती हैं तो वही लोग उनका हौसला बढ़ाते हैं और तालियां बजाते हैं। सिमरन के पिता जाहिद अली ने सिमरन के संघर्षों के बारे में बात की है।
Simran Shaikh के पिता ने क्या कहा-
जाहिद ने कहा- जब मेरी बेटी छोटी थी तो उसे क्रिकेट खेलने में दिलचस्पी थी। जब भी वह पार्क में या किसी मैदान पर क्रिकेट खेलती थी तो बहुत सारे लोग उसे डांटते थे और बहुत सी बातें करते थे, लेकिन मेरी बेटी ने सभी शोरों को नजरअंदाज कर दिया। उसने क्रिकेट पर ध्यान दिया और आगे बढ़ना जारी रखा।
क्रिकेट को करियर के रूप में अपनाना किसी के लिए भी एक कठिन काम है, लेकिन सिमरन अब सबसे बड़ी महिला क्रिकेट लीग में से एक में खेल रही हैं। उनके पिता को शुरू में विश्वास नहीं हुआ था कि वह इस मुकाम तक पहुंच पाएंगी।
Simran Shaikh के परिवार का समर्थन बहुत से लोगों ने किया

जाहिद ने कहा- नहीं, मैंने ऐसा नहीं सोचा था। हम गरीब लोग हैं और उस समय हम अपनी बेटी की मदद करने की स्थिति में नहीं थे, लेकिन ऊपर वाले की कृपा से वह आगे बढ़ पाईं। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि हम जो सम्मान आज पा रहे हैं वह हमारी बेटी के कौशल, कड़ी मेहनत और ऊपर वाले की कृपा के कारण मिला है। बहुत से लोगों ने हमारा समर्थन किया है।
Simran Shaikh की मां ने क्या कहा?
यहां तक कि Simran Shaikh की मां अख्तरी बानो को भी विश्वास नहीं हो रहा था कि उनकी बेटी इस स्तर पर खेल सकती है। अख्तरी ने कहा- हमें विश्वास नहीं था कि वह आगे खेलेंगी। मैं कोच के साथ-साथ ऊपर वाले को भी धन्यवाद देती हूं जिन्होंने कठिन समय में हमारी बेटी और हमें समर्थन दिया।
Simran Shaikh 10वीं क्लास के बाद ही क्रिकेट खेलने लगी थीं
सिमरन ने 10वीं क्लास के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी और उनके पास जो कुछ भी पैसे बचे थे, उससे क्रिकेट खेलने लगीं। अब उन्होंने अपने माता-पिता को गौरवान्वित किया है और वह भारत में एक प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी बन गई हैं। सिमरन की मां ने कहा- पहले वह हमारे नाम से जानी जाती थी, लेकिन अब लोग हमें सिमरन के कारण पहचानते हैं। लोग आते हैं और कहते हैं कि वह सिमरन की मां हैं। यह मेरे लिए गर्व का क्षण है।
Simran Shaikh ऑक्शन में घबराई हुई थीं
अख्तरी बानो ने महिला प्रीमियर लीग की नीलामी के दौरान परिवार की भावनाओं का भी वर्णन किया। सिमरन की मां ने कहा- हमने 13 फरवरी को WPL ऑक्शन के दौरान दोपहर दो बजे टेलीविजन चालू किया और हम उसके नाम के आने का इंतजार कर रहे थे।
वह पूरे समय चिंतित थी, लेकिन फिर उसका नाम अचानक आया और मेरा परिवार और यहां तक कि पूरा समाज उत्साह में उछल पड़ा। सिमरन अब तक चार मैच खेल चुकी हैं। वह आज के मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ खेल सकती हैं।
Simran Shaikh कौन हैं।
रविवार को बेंगलुरु में महिला प्रीमियर लीग (WPL) 2025 की नीलामी में ऑलराउंडरों की मांग रही। वेस्टइंडीज की डिएंड्रा डॉटिन 1.7 करोड़ रुपये में सबसे महंगी विदेशी खिलाड़ी रहीं, जबकि अनकैप्ड भारतीय ऑलराउंडर सिमरन शेख रविवार की नीलामी में सबसे महंगी खिलाड़ी रहीं, जिन्हें 1.9 करोड़ रुपये मिले।
डॉटिन और शेख दोनों को गुजरात जायंट्स ने खरीदा। 16 वर्षीय जी कमलिनी को 1.6 करोड़ रुपये में खरीदा गया, लेकिन इस नीलामी का मुख्य आकर्षण शेख के लिए गुजरात की बोली रही।
Simran Shaikh का खराब प्रदर्शन
सिमरन बानू शेख, जिन्हें आमतौर पर सिमरन शेख के नाम से जाना जाता है, का जन्म 12 जनवरी, 2002 को मुंबई, महाराष्ट्र, भारत में हुआ था। वह 2022 में उद्घाटन संस्करण में यूपी वारियर्स टीम का हिस्सा थीं, लेकिन खराब प्रदर्शन के कारण अगले सीज़न से पहले उन्हें रिलीज़ कर दिया गया था। 22 वर्षीय खिलाड़ी पिछले सीज़न में अनसोल्ड रही।
सिमरन के पिता इलेक्ट्रीशियन हैं। उनकी चार बहनें और पाँच भाई हैं। उन्होंने पहली बार 15 साल की उम्र में मुंबई के धारावी इलाके में लड़कों के साथ खेलते हुए क्रिकेट खेलना शुरू किया था। हालाँकि, सिमरन की क्रिकेट यात्रा यूनाइटेड क्लब में शामिल होने के बाद शुरू हुई।
स्थानीय लीग में प्रभावित करने के बाद, सिमरन को मुंबई की अंडर-19 महिला टीम में चुना गया। 22 वर्षीय सिमरन, मध्यक्रम की बल्लेबाज हैं, उन्होंने 2023 डब्ल्यूपीएल सीजन के दौरान यूपी वारियर्स के लिए कुछ मैच खेले। उन्होंने इस साल अक्टूबर-नवंबर में सीनियर महिला टी20 ट्रॉफी के दौरान मुंबई के लिए 11 मैचों में 22 की औसत से 100.57 की स्ट्राइक रेट से 176 रन बनाए हैं।
गुजरात जायंट्स के कोच माइकल क्लिंगर ने कहा कि डॉटिन और सिमरन दोनों काफी समय से उनकी नजर में थीं। “हम डॉटिन और सिमरन को लक्ष्य बना रहे थे। वे ताकत और उच्च स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हैं। इससे अक्सर जीत की संस्कृति बनती है, इसलिए मैं अपने पहले दो चयनों के लिए वास्तव में उत्साहित हूं।”
Simran Shaikh पर डब्ल्यूपीएल 2025 ऑक्शन में फ्रेंचाइजी ने लुटा दिया खजाना
सिमरन शेख डब्ल्यूपीएल ऑक्शन में सबसे महंगी रहीं, उन्हें गुजरात जॉयंट्स ने 1.90 करोड़ में अपने साथ जोड़ा। मिडिल ऑर्डर बैटर सिमरन के जीवन की कहानी बहुत मार्मिक है वह मुंबई के धारावी की झुग्गियों से निकलकर यहां तक पहुंची हैं।
दसवीं में फेल होने के बाद सिमरन ने अपना पूरा फोकस क्रिकेट पर रखा और उनकी मेहनत और लगन का ही नतीजा है कि वह आज डब्ल्यूपीएल ऑक्शन 2025 की सबसे महंगी खिलाड़ी बन गईं।
सिमरन शेख पर डब्ल्यूपीएल 2025 ऑक्शन में फ्रेंचाइजी ने पूरा खजाना लुटा दिया, वह डब्ल्यूपीएल 2025 नीलामी में सबसे महंगी खिलाड़ी रहीं। उन्हें गुजरात जॉयंट्स ने 1.90 करोड़ की बड़ी बोली लगाकर खरीदा, मुंबई के धारावी की झुग्गी बस्ती से निकलकर क्रिकेट में नाम कमा रहीं सिमरन को पिछले साल यूपी वॉरियर्स ने अपने साथ जोड़ा था।
सिमरन ने हाल में महिला चैलेंजर ट्रॉफी में 200 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से रन बनाए, 10वीं में फेल होने के बाद सिमरन ने पढ़ाई छोड़ दी थी इसके बाद उन्होंने क्रिकेट पर फोकस किया। 22 वर्षीय सिमरन शेख को आईपीएल 2023 में यूपी वॉरियर्स ने अपने साथ 10 लाख में अपने साथ जोड़ा था. वह एक ऑलराउंडर हैं।
सिमरन शेख (Simran Sheikh) इस नीलामी में 10 लाख बेस प्राइस के साथ उतरी थीं. उन्हें बेस प्राइस से 19 गुनी कीमत ज्यादा मिली. गुजरात जॉयंट्स ने ऑक्शन में वेस्टइंडीज की स्टार ऑलराउंडर डिएंड्रा डोटिन और सिमरन को खरीदकर अपने ऑलराउंड डिपार्टमेंट को मजबूत किया. पिछले ऑक्शन में वह अनसोल्ड रहीं थीं।
उनका पिछला सीजन अच्छा नहीं रहा था. उन्होंने पिछले सीजन 9 मैचों में सिर्फ 29 रन बनाए. सिमरन शेख ने हाल में संपन्न सीनियर चैलेंजर महिला ट्रॉफी में 11 मैचों में 176 रन बनाए. इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 200 से उपर की रही. सिमरन का बेस्ट स्कोर 47 रन रहा।