Devika Vaidya एक भारतीय क्रिकेटर है इनका जन्म 13 अगस्त 1997 को महाराष्ट्र के पुणे जिले में हुआ था। जबकि 7 साल की आयु में ही उन्हे क्रिकेट का शौक आ गया था और उन्होंने साल 2014 मे भारतीय टीम में जगह बनाई। घरेलू मैचों में वह महाराष्ट्र और भारत की महिला राष्ट्रीय टीम के लिए खेलती हैं। वैद्य ने बचपन में महाराष्ट्र मंडल में पढ़ाई की थी।
वैद्य को 2014 में भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए चुना गया था और उन्होंने 30 नवंबर 2014 को बैंगलोर में महिला ट्वेंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय (मटी20ई) की शुरुआत की। उन्हें 2014-15 की सर्वश्रेष्ठ महिला जूनियर क्रिकेटर के लिए एमए चिदंबरम ट्रॉफी के लिए नामांकित किया गया था।
नवंबर 2018 में, वैद्य को वेस्टइंडीज में 2018 आईसीसी महिला विश्व ट्वेंटी 20 टूर्नामेंट के लिए भारत की टीम में शामिल किया गया था, पूजा वस्त्रकार की जगह, जो चोट के कारण बाहर हो गई थी। उन्हें 2022-23 सीरीज़ के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ टी20 सीरीज़ के लिए एक बार फिर भारतीय टीम में शामिल किया गया।
इनका पूरा नाम देविका पूर्णेंदू वैद्य है यह भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी है। यह महाराष्ट्र के लिए घरेलू क्रिकेट खेलती है। यह बाएँ हाथ से बल्लेबाजी और लेग ब्रेक गूगली गेंदबाजी करती है और एक हरफनमौला खिलाड़ी है।
Devika Vaidya का क्रिकेट करियर
2014 में भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए देविका वैद्य को मौका दिया गया था और 30 नवंबर 2014 को उन्होंने बैंगलोर में महिला ट्वेंटी-२० अंतर्राष्ट्रीय में पहली बार मुक़ाबला खेला और अपने करियर का आगाज किया। उन्हें सर्वश्रेष्ठ महिला जूनियर क्रिकेटर के लिए 2014-15 में एम ए चिदंबरम ट्रॉफी से भी सम्मानित किया गया था।
अपने टी-२० अंतर्राष्ट्रीय मैच में देविका को बल्लेबाजी करने का तो मौका नहीं मिला लेकिन गेंदबाजी में बहुत महंगी साबित होते हुए 3 ओवर में 30 रन दिये थे और कोई सफलता भी हाथ नहीं लगी थी। इस मैच में भारत ने दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम को 16 रनों से हराया था।
देविका वैद्य ने महिला वनडे क्रिकेट की शुरुआत आईसीसी महिला चैंपियनशिप के दौरान वेस्टइंडीज के खिलाफ विजयवाड़ा में की थी। उस मैच में उन्होंने 45 गेंदों पर नाबाद 32 रनों की उपयोगी पारी खेली थी। जबकि गेंदबाजी में 4 ओवर में 20 रन देकर एक बड़ा विकेट लिया था।
अपने दूसरे ही वनडे क्रिकेट मैच में देविका ने श्रीलंकाई टीम के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए 89 रनो की पारी खेली थी। यह मुक़ाबला आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप क्वालिफायर के दौरान कोलंबो में खेला गया था।
2018 में देविका वैद्य को घरेलू क्रिकेट में 2018-19 सीनियर महिला टी-20 चैलेंजर ट्रॉफी में भारतीय ग्रीन टीम में संभावित खिलाड़ियों की सूची में मौका दिया गया था। जबकि इस ट्रॉफी में इंडिया ब्लू टीम ने खिताब अपने नाम किया था।
देविका वैद्य एक भारतीय क्रिकेटर हैं जो घरेलू मैचों में महाराष्ट्र और भारत की महिला राष्ट्रीय टीम के लिए खेलती हैं। वैद्य ने बचपन में महाराष्ट्र मंडल में पढ़ाई की।
इनका पूरा नाम देविका पूर्णेंदु वैद्य है इनका जन्म 13 अगस्त 1997, पुणे, महाराष्ट्र मे हुआ अभी इनकी आयु करीब 27 वर्ष की है इनकी बल्लेबाजी शैली बाएँ हाथ के बल्लेबाज की है और इनकी गेंदबाजी शैली लेगब्रेक गुगली गेंदबाज की है टीम मे इनकी भूमिका हरफनमौला खिलाड़ी की है।
Devika Vaidya की टीमें
भारत एक महिला
भारत महिला
महाराष्ट्र महिला
यूपी वारियर्स महिला
वेलोसिटी आईपीएल महिला टीम
Devika Vaidya बैटिंग कैरियर आँकड़े
प्रारूप | मैच | पारी | नॉट | रन | बेस्ट | औसत | गेंद | स्ट्राइक | शतक | फिफ्टी | चौके | छक्के |
वन डे | 12 | 9 | 2 | 179 | 89 | 25.57 | 266 | 67.29 | 0 | 1 | 21 | 0 |
टी 20 | 17 | 8 | 4 | 90 | 32 | 22.50 | 91 | 98.90 | 0 | 0 | 7 | 1 |
Devika Vaidya बॉलिंग कैरियर आँकड़े
प्रारूप | मैच | पारी | गेंद | रन | विकेट | बेस्ट | औसत | इकोनोमी | स्ट्राइक |
वन डे | 12 | 11 | 367 | 243 | 12 | 3/30 | 20.25 | 3.97 | 30.5 |
टी20 | 17 | 14 | 216 | 270 | 10 | 2/16 | 27.00 | 7.50 | 21.6 |
Devika Vaidya डब्ल्यूपीएल बैटिंग आँकड़े
टीम | मैच | पारी | नॉट | रन | बेस्ट | औसत | गेंद | स्ट्राइक | शतक |
यूपीडब्ल्यू | 7 | 7 | 1 | 77 | 36* | 12.83 | 80 | 96.25 | 0 |
Devika Vaidya डब्ल्यूपीएल बॉलिंग आँकड़े
टीम | मैच | पारी | गेंद | रन | विकेट | बेस्ट | औसत | इकोनोमी | स्ट्राइक |
यूपीडब्ल्यू | 7 | 3 | 30 | 55 | 1 | 1/19 | 55.00 | 11.00 | 30.0 |
Devika Vaidya के हालिया मैच
WZ महिला बनाम SZ महिला 41 1/39 एवं 1/36 03-अप्रैल-2024 महत्वाकांक्षी अन्य
WZ महिला बनाम CZ महिला 52 0/33 एवं 0/58 28-मार्च-2024 महत्वाकांक्षी अन्य
आईएनडी महिला बनाम एसएल महिला — 1/15 25-सितम्बर-2023 परमवीर WT20I
IND महिला बनाम BAN महिला — 1/0 24-सितंबर-2023 परमवीर WT20I
आईएनडी महिला बनाम मास महिला — — 21-सितंबर-2023 परमवीर WT20I
Devika Vaidya का डेब्यू/आखिरी मैच
महिला वनडे मैच
पदार्पण IND महिला बनाम WI महिला, विजयवाड़ा – 16 नवंबर, 2016
अंतिम BAN महिला बनाम IND महिला, मीरपुर – 22 जुलाई, 2023
टी20ई मैच
पदार्पण आईएनडी महिला बनाम दक्षिण अफ्रीका महिला, बेंगलुरु – 30 नवंबर 2014
अंतिम आईएनडी महिला बनाम एसएल महिला, हांगझू – 25 सितंबर, 2023
Devika Vaidya: टीम इंडिया की स्टार ऑलराउंडर ने रचाई शादी
Devika Vaidya Marriage: भारतीय महिला क्रिकेटर देविका वैद्य वैवाहिक बंधन में बंध गई हैं. देविका वैद्य ने मेघन बेलसारे के साथ सात फेरे लिए. दरअसल, पिछले साल दोनों कपल की सगाई थी. जिसमें भारतीय क्रिकेटर स्मृति मंधाना और जेमिमा रोड्रिग्स भी पहुंची थी।
वहीं, अब दोनों कपल की शादी वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं. पिछले साल मई में देविका वैद्य ने सगाई के बाद सोशल मीडिया पर रोमांटिक तस्वीरें शेयर की थी. जिसमें देविका वैद्य को मेघन बेलसारे अंगूठी पहनाते नजर आ रहे थे।
Devika Vaidya की सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तस्वीरें…
बहरहाल, सोशल मीडिया पर देविका वैद्य और मेघन बेलसारे की तस्वीरें खूब वायरल हो रही हैं, इसके अलावा सोशल मीडिया यूजर्स लगातार कमेंट्स कर अपनी शुभकामनाएं दे रहे हैं। यहाँ पर हम आपको यह बताते चलें कि देविका वैद्य का जन्म 13 अगस्त 1997 को पुणे में हुआ।
देविका वैद्य बाएं हाथ की बैटर हैं. इसके अलावा लेगब्रेक गेंदबाजी करती हैं। इस ऑलराउंडर ने 2014 में टी20 इंटरनेशनल डेब्यू किया था। जबकि भारत के लिए वनडे फॉर्मेट में पहली बार अगस्त 2016 में खेली. साथ ही वीमेंस प्रीमियर में यूपी वॉरियर्ज का प्रतिनिधित्व करती हैं।
Devika Vaidya का ऐसा रहा है करियर
वीमेंस प्रीमियर लीग ऑक्शन में यूपी वॉरियर्ज ने 1.4 करोड़ रुपये खर्च कर देविका को अपनी टीम का हिस्सा बनाया था। इसके अलावा डोमेस्टिक क्रिकेट में देविका वैद्य का परफॉर्मेंस शानदार रहा है. देविका वैद्य ने 105 मैचों में 989 रन बनाए हैं, जिसमें टी20 क्रिकेट में 3 बार पचास रनों का आंकड़ा पार किया है।
इस ऑलराउंडर ने बतौर गेंदबाज 5.26 की इकॉनमी से 111 विपक्षी बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है। वीमेंस प्रीमियर लीग में देविका वैद्य ने 7 मैचों में 12.83 की एवरेज और 96.25 की स्ट्राइक रेट से 77 रन बनाए हैं। वीमेंस प्रीमियर लीग में देविका वैद्य का बेस्ट स्कोर 36 रन नॉटआउट है।
Devika Vaidya के बारे में
देविका वैद्य के लिए एक यादगार दिन था जब यूपी वारियर्स ने पहली बार डब्ल्यूपीएल नीलामी में 1.4 करोड़ रुपये में उनकी सेवाएं हासिल करने के लिए बैंक को तोड़ दिया। यूपी के पक्ष में हार जाने से पहले दिल्ली कैपिटल्स और वारियर्स के बीच बोली की लड़ाई चल रही थी। देविका अपने मजबूत स्पिन विभाग में लेग स्पिन आयाम जोड़ती हैं। वह अपनी उड़ान और टर्न से बल्लेबाजों को चकमा देने और धोखा देने की क्षमता रखती है।
वह एक उपयोगी मध्य और निचले-मध्य क्रम की बल्लेबाज भी हैं। 25 वर्षीय खिलाड़ी ने घरेलू सर्किट में लगातार प्रदर्शन के दम पर, 2022 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टी20ई में आठ साल बाद राष्ट्रीय रंग में वापसी की। देविका अपने करियर में काफी उतार-चढ़ाव से गुजरीं और मजबूत बनकर उभरीं।
उन्होंने 105 मैचों में टी20 में तीन अर्द्धशतक सहित 989 रन बनाए हैं। गेंद के साथ उन्होंने 111 विकेट झटके हैं और उनका इकॉनमी रेट 5.26 का प्रभावशाली है। वह डब्ल्यूपीएल के उद्घाटन संस्करण में मंच पर आग लगाना चाहेंगी।
Devika Vaidya डर को हराकर विश्व कप के सपने से एक कदम दूर
25 साल की उम्र तक देविका वैद्य तीन विश्व कप का हिस्सा बनने से बेहद क़रीबी अंतर से चूक चूकी हैं। 2017 में वह चोट के कारण विश्व कप दल से बाहर हुई थीं। 2018 में वह 40 घंटे की यात्रा कर सेमीफ़ाइनल से पहले वेस्टइंडीज़ पहुंचीं और भारतीय दल से जुडीं, लेकिन कुछ घंटे बाद सेमीफ़ाइनल में हारकर भारतीय टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई। 2020 में मलेरिया के कारण वह चयन के लिए उपलब्ध नहीं थीं।
इस बार जब उन्हें विश्व कप के लिए न्यौता मिला तो देविका ने अपने आप से कहा, “उम्मीद है कि इस बार कुछ बुरा नहीं हो!”
देविका ने कहा, “यह सुखद है कि मेरा सपना पूरा होने जा रहा है। 2003 में जब मैं ब्रेट ली की गेंदबाज़ी की नकल करती थी, तब से मैं विश्व कप खेलना चाहती थी। मैं शीशे के सामने खड़े होकर अपने आपको ऑस्ट्रेलिया का कप्तान समझती थी और मैच के बाद होने वाले इंटरव्यू देती थी। मेरे पिता तब मुझसे सवाल पूछते थे।”
Devika Vaidya ने कही- दिल की बातें
उन्होंने कहा, ” ‘सपने देखों और उसका पीछा करो, वे पूरे होते हैं।’ अब मैं इसे महसूस करती हूं। विश्व कप खेलने से बड़ा कोई भी सपना नहीं हो सकता और उसको जीतना एक अलग ही एहसास।”
2014 में देविका ने 17 साल की उम्र में टी20आई डेब्यू किया था। इसके बाद पिछले साल के आख़िरी में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ उनकी भारतीय टीम में वापसी हुई। इस दौरान वह लगातार घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन करती रहीं।
तब से अब तक उन्होंने क्रिकेट के मैदान में सफलता और असफलता दोनों देखा है। उनकी मां की मृत्यु हुई, उन्होंने बिजनेस (क्रिकेट एकेडमी) खोला और फिर फ़ॉर्म और फ़िटनेस समस्याओं को दूर करते हुए भारतीय टीम में वापसी की।
वह कहती हैं, “2019 में मां को खोने के बाद मेरी रूचि क्रिकेट में कम होने लगी। एक समय ऐसा भी आया, जब मुझे लगा कि मैं इसका लुत्फ़ नहीं उठा पा रही हूं। मानसिक रूप से मैं अपने आपको बहुत कमज़ोर महसूस कर रही थी। फिर मैंने निर्णय लिया कि मुझे इस स्थिति से लड़ना है, अपने डर को कम करना है।
मैंने साइकोलॉजिस्ट से संपर्क किया और अपना थैरेपी कराई। मुझे इससे उबरने में लंबा समय लगा, लेकिन थैरेपी के बाद मैं अलग होकर निकली। अब मैं अपने आपको खुलकर व्यक्त कर सकती हूं। तब से मेरे लिए सब ठीक रहा है।”
इसके बाद देविका ने फिर से क्रिकेट की प्रैक्टिस करना शुरू की। उनकी निगाहें अब वापसी पर थी। उन्होंने बताया, “मैं हर प्रैक्टिस सेशन से कुछ ना कुछ निकालना चाहती थी। मैंने निर्णय लिया कि अगर मेरे पास कई चीज़ों तक पहुंच नहीं है, तो मैं अपना ख़ुद का निवेश करूंगी। मैंने अपनी दोस्त तेजल हसाबनिस (महाराष्ट्र की महिला क्रिकेटर) से बात की और लियो क्रिकेट क्लब शुरू किया।
मुझे लगा कि मेरी स्थिति ऐसी होनी चाहिए कि मैं अपनी आवश्यकतानुसार अभ्यास कर सकूं। हालांकि शुरुआती विचार यही थे, लेकिन इससे मुझे बिजनेस की भी जानकारी मिली। हमने बिजनेस पार्टनर ढूंढ़ें, एक ग्राउंड को लीज़ पर लिया, गेंदबाज़ी मशीन पर पैसे लगाए और टर्फ़ पिच तैयार किया।”
अपनी एकेडमी के बारे में बात करते हुए देविका कहती हैं, “हम फ़ीस लेते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि वे बेहतरीन खिलाड़ी बनकर उभरे। युवा लड़कियों के लिए तो यह उनकी क्रिकेट यात्रा की शुरुआत जैसी होती है। जब हमने क्रिकेट खेलना शुरू किया तो महिला क्रिकेटरों के लिए ऐसी सुविधा नहीं होती थी। तो एकेडमी से ना सिर्फ़ मुझे अपने क्रिकेट को सुधारने में मदद मिली बल्कि इससे मैंने मैनेजमेंट, वित्तीय प्रबंधन और संचालन सीखा।
अगर मैं किसी दौरे पर होती हूं तब भी मैं अपने एकेडमी के बच्चों से वीडियो कॉल पर बात करती हूं। मुझे बहुत ख़ुशी होती है, जब कोई मां आती है और कहती है कि उनकी बेटी ने कवर ड्राइव करना सीख लिया है, जब कोई पिता कहता है कि उनके बेटे ने ऐसा किया। इससे मुझे भी आत्मविश्वास मिलता है।”
Devika Vaidya अब क्रिकेट सोचती हैं। वह अपनी मज़बूती और कमजोरियों का विश्लेषण करती हैं और उन्हें सुधारने का हरसंभव प्रयास करती हैं। उन्होंने बताया, “मैं अभी फ़िलहाल अपना पावर गेम सुधारने पर काम कर रही हूं क्योंकि टी20 में यह बहुत ज़रूरी है।
मैं क्लासिक टच खिलाड़ी हूं, लेकिन इस तीर को अपने तरकश में जल्द से जल्द जोड़ना चाहती हूं। मैंने अपना स्किल सुधारने के लिए अपने फ़िटनेस पर भी बहुत काम किया है। मैं उम्मीद करती हूं कि यह मैदान में भी दिखेगा।”
ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ हुई सीरीज़ में देविका लेग स्पिनर अलाना किंग की गेंद पर आउट हुईं। इसके बाद से वह लगातार लेग स्पिन गेंदबाज़ी पर अतिरिक्त अभ्यास कर रही हैं। देविका भारत की विश्व कप दल में एकमात्र लेग स्पिनर हैं। उन्होंने शेन वॉर्न को देखकर यह कला सीखी है।
अपनी गेंदबाज़ी के बारे में वह कहती हैं, “मैं फ़िलहाल कुछ वैरिएशन पर काम कर रही हूं। हालांकि मैं यह भी समझती हूं कि वैरिएशन के लिए अपनी स्टॉक गेंदों से समझौता नही किया जा सकता। अलाना किंग ने भी मुझसे यही कहा था। मैंने उनसे उनके माइंडसेट के बारे में बात की और पूछा कि कैसे वह परिस्थितियों से तालमेल बिठाकर अपनी स्पीड को घटाती-बढ़ाती हैं और बल्लेबाज़ों को परेशान करती हैं।”
2012 में देविका अनिल कुंबले से मिली थीं और लेग स्पिन के बारे में ख़ूब बात की थी। उनको यह बातचीत पूरा याद है। उन्होंने कहा, “वह मेरे लिए सबसे यादगार बातचीत थी। उस समय मैं अपनी राज्य की टीम का भी नियमित हिस्सा नहीं थी, लेकिन फिर भी उन्होंने मुझे पूरा समय दिया। मैंने उन्हें अपना गेंदबाज़ी वीडियो दिखाया। इसके बाद उन्होंने मुझे कई तकनीकी सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि चतुराई से गेंदबाज़ी करना उन्हें ख़ुद से सीखना होगा, यह कोई नहीं सीखा सकता।”
Devika Vaidya को उम्मीद, वह अब भारतीय एकादश का नियमित हिस्सा होंगी।
देविका वैद्य 25 वर्षीय भारतीय महिला ऑलराउंडर क्रिकेटर हैं। जिन्होंने 2014 में WT20I क्रिकेट प्रारूपों के साथ भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलना शुरू किया। वर्तमान में, वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के केवल WODI और WTWOI प्रारूपों का हिस्सा हैं।
वह घरेलू क्रिकेट में महाराष्ट्र महिला क्रिकेट टीम के लिए खेलती हैं और महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) में यूपी वॉरियर्स महिला टीम के लिए खेलती हैं।
कॉलेज महाराष्ट्र विश्वविद्यालय
शैक्षणिक योग्यता स्नातक
Devika Vaidya की जीवनी
Devika Vaidya भारतीय क्रिकेट की दुनिया में एक उभरता सितारा हैं। 13 अगस्त 1997 को पुणे, महाराष्ट्र में जन्मी देविका ने मैदान पर अपने बेहतरीन प्रदर्शन से अपना नाम बनाया है। छोटी उम्र से ही देविका को क्रिकेट का शौक था और उनकी प्रतिभा और कड़ी मेहनत ने उन्हें भारत के सबसे होनहार युवा क्रिकेटरों में से एक बना दिया है।
महज 27 साल की उम्र में देविका वैद्य ने अपने क्रिकेट करियर में बहुत कुछ हासिल कर लिया है। उनकी कड़ी मेहनत, प्रतिभा और समर्पण ने उन्हें भारत के सबसे होनहार युवा क्रिकेटरों में से एक बना दिया है और मैदान पर उनके प्रदर्शन ने उन्हें दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों का सम्मान और प्रशंसा दिलाई है।
Devika Vaidya का परिवार
वही अगर वैद्य के परिवार की बात करें तो उनकी मां के नाम के बारे में कोई जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं है, जबकि उनके पिता का नाम पूर्णेन्दु वैद्य है, जबकि उनके भाई का नाम और उनकी बहन का नाम ज्ञात नहीं है।
Devika Vaidya क्रिकेट खेलने के तरीके
देविका अपनी टीम में बल्लेबाजी ऑलराउंडर क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में खेलने के लिए जानी जाती हैं और वह एक बाएं हाथ की बल्लेबाज और लेगब्रेक गुगली गेंदबाज हैं।
Devika Vaidya क्रिकेट करियर
Devika Vaidya की क्रिकेट यात्रा तब शुरू हुई जब वह सिर्फ 12/13 साल की थी। उसने पुणे की गलियों में अपने भाई और उसके दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया। उसके पिता ने उसकी प्रतिभा को पहचाना और उसे क्रिकेट में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और उसे क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलाने में मदद की।
देविका की कड़ी मेहनत और समर्पण का फल उन्हें तब मिला जब उन्होंने 2010 में महाराष्ट्र की घरेलू टीम में पदार्पण किया। और फिर, उन्हें 2014 में दक्षिण अफ्रीका का दौरा करने वाली भारतीय अंतरराष्ट्रीय टीम के लिए भी चुना गया। और 30 नवंबर 2014 को, उन्होंने बेंगलुरु में IND WMN बनाम SA WMN के मैच में महिला ट्वेंटी 20 अंतर्राष्ट्रीय (WT20I) की शुरुआत की।
Devika Vaidya का महिला वनडे पदार्पण
और फिर, उन्हें नवंबर 2016 में वेस्टइंडीज महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ़ एकमात्र मैच के लिए भारत की महिला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (WODI) टीम में शामिल किया गया। और 16 नवंबर 2016 को, उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ़ भारत के लिए महिला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (WODI) में पदार्पण किया। तब से, WODI और WT20I दोनों प्रारूपों में कई मैच खेले हैं।
Devika Vaidya डब्ल्यूपीएल टीम और करियर
अगर वैद्य की WPL टीम और करियर की बात करें तो उन्हें 1.40 करोड़ रुपये के साथ यूपी वारियर्सजेड महिला टीम में चुना गया था, और उन्होंने गुजरात जायंट्स महिला के खिलाफ खेलते हुए 05 मार्च 2023 को WPL की शुरुआत की, जिसमें उनके बल्ले से 4 रन निकले।
Devika Vaidya डब्ल्यूपीएल नीलामी टीम यूपी वारियर्स महिला 1.40 करोड़ रुपये
Devika Vaidya का अंतिम सपना’ वर्ल्ड कप जीतना
भारत की महिला लेग स्पिन ऑलराउंडर देविका वैद्य ने कहा है कि टीम के लिए विश्व कप जीतना उनका सबसे बड़ा सपना है। Devika Vaidya ने दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के दौरान टी20 क्रिकेट में वापसी की।
भारत की महिला लेग स्पिन ऑलराउंडर देविका वैद्य ने कहा है कि टीम के लिए विश्व कप जीतना उनका सबसे बड़ा सपना है। देविका ने घरेलू सर्किट में लगातार प्रदर्शन के दम पर दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के दौरान टी20 क्रिकेट में वापसी की। वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका में टी20 त्रिकोणीय श्रृंखला में खेल रही देविका 10-26 फरवरी तक होने वाले आगामी महिला टी20 विश्व कप के लिए भारत की टीम में भी हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैं फिर से ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए भारतीय टीम के लिए चुनी गई, तो मुझे ऐसा लगा जैसे मैं स्वर्ग में हूं। मैं एक और बात जोड़ना चाहती हूं, विश्व कप जीतना मेरा अंतिम सपना है।’
मुझे स्पष्टता की आवश्यकता थी, इसलिए मैंने इसे पाने के लिए लॉकडाउन अवधि के दौरान कड़ी मेहनत की और साथ ही खुद से पूछ रहा था कि मैं खेलना चाहती हूं या नहीं। दरअसल, मैंने हमेशा महाराष्ट्र क्रिकेट टीम के लिए शीर्ष चार क्रम में बल्लेबाजी की, लेकिन पिछले दो सत्रों के बाद, मुझे एहसास हुआ कि अगर मुझे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी करनी है, तो मुझे अपनी सोच बदलनी होगी और उसके अनुसार अभ्यास करना होगा।
पिछले दो घरेलू सत्रों में, मैं बल्लेबाजी करने के क्रम में नीचे गया और इसे बहुत अच्छी तरह से अनुकूलित भी किया, जैसे कि 13वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए जाना और साथ ही साथ खेल में तेजी लाना। मैंने अपनी गेंदबाजी के साथ कुछ चीजों पर भी काम किया, और जैसा मैंने कहा, मेरे खेल और मानसिकता में कुछ बदलावों के साथ, जैसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में बल्लेबाजी करना, इसने मुझे साल भर विभिन्न पदों के अनुकूल होने में मदद की।
देविका ने यह भी साझा किया कि क्रिकेट खेलने की उनकी यात्रा कैसे शुरू हुई। मैंने 2003 में क्रिकेट खेलना शुरू किया था, लेकिन मैं उस समय केवल आनंद लेने के लिए खेलती थी, इसलिए मैंने इसे करियर बनाने के बारे में कभी नहीं सोचा था।
2011 में मुझे 2011-12 अंडर 19 महाराष्ट्र क्रिकेट टीम के लिए चुना गया था और अंतत: मुझे एहसास हुआ कि मुझे इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता होगी, इसलिए मैंने नियमित रूप से क्रिकेट का अभ्यास करना शुरू कर दिया।
मैं उस समय 7वीं कक्षा में थी और मुझे पता था कि अगर मैं लगन से अभ्यास करना जारी रख सकता हूं और अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर सकता हूं, तो मैं आसानी से भारत के स्तर पर पहुंच सकता हूं।
2011 में मुझे 2011-12 अंडर 19 महाराष्ट्र क्रिकेट टीम के लिए चुना गया था और अंतत: मुझे एहसास हुआ कि मुझे इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता होगी, इसलिए मैंने नियमित रूप से क्रिकेट का अभ्यास करना शुरू कर दिया।
Devika Vaidya 8 साल तक टीम से रही बाहर, अब मिले 1.40 करोड़, जानिए क्यों?
Devika Vaidya के लिए WPL Auction में यूपी वॉरियर्स और दिल्ली कैपिटल्स ने लड़ाई लड़ी लेकिन अंत में यूपी की टीम इस खिलाड़ी को 1.40 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ने में सफल रही।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सोमवार की विमंस प्रीमियर लीग (WPL) के पहले सीजन की नीलामी आयोजित की। इस नीलामी में पांचों फ्रेंचाइजियों ने जमकर पैसा लुटाया और अपनी मर्जी के मुताबिक टीम तैयार की। कुछ खिलाड़ियों को लेकर अनुमान था कि उन पर फ्रेंचाइजियां पैसा लुटाएंगी लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसी रहीं जिनको उम्मीद से उलट खूब पैसा मिला और उनमें से ही एक थीं देविका वैद्य।
भारत की इस खिलाड़ी को यूपी वॉरियर्स की टीम ने 1.40 करोड़ रुपये में खरीदा, किसी ने नहीं सोचा था कि देविका पर इतने पैसों की बारिश होगी। लेकिन उनके लिए दो फ्रेंचाइजियों ने लड़ाई लड़ी जिसमें देविका करोड़पति बन गई।
यूपी के साथ-साथ दिल्ली कैपिटल्स की टीम देविका को अपने साथ शामिल करना चाहती थी। देविका की बेस प्राइस 40 लाख रुपये थी जिसे दिल्ली ने आगे बढ़ाया था और फिर यूपी ने उससे मुकाबला करते हुए देविका को अपने साथ जोड़ा। यूपी की टीम उम्मीद करेगी कि उसने देविका पर जो पैसा लगाया है उसकी भरपाई ये खिलाड़ी करे।
Devika Vaidya पर क्यों बरसा पैसा?
अब सवाल ये है कि Devika Vaidya पर इतना पैसा क्यों बरसा? फ्रेंचाइजी ने उनके लिए करोड़ों रुपये क्यों दिए? ये तब हुआ है जब ये खिलाड़ी 2014 में महज 17 साल की उम्र में भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने के बाद 8 साल तक टी20 टीम से बाहर रही थी। लेकिन जिस तरह से देविका ने वापसी की उसी में शायद इस बात का जवाब छुपा हुआ है कि क्यों उन पर इतना पैसा बरसा।
देविका ने 30 नवंबर 2014 को अपना पहला टी20 इंटरनेशनल मैच खेला था, लेकिन उन्हें इस मैच में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था। इस मैच में उन्होंने तीन ओवर गेंदबाजी भी की थी लेकिन 30 रन देकर ये लेग स्पिनर एक भी विकेट हासिल नहीं कर सकी थी. फिर इस खिलाड़ी को टीम में मौके नहीं मिले।
आठ साल टीम से बाहर रहने के बाद देविका की पिछले साल दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में वापसी हुई और इस समय वह साउथ अफ्रीका में खेले जा रहे टी20 विश्व कप में टीम इंडिया का हिस्सा हैं।
इन आठ सालों में कुछ साल वह भारत की वनडे टीम का हिस्सा रहीं, उन्होंने अपना पहला वनडे 16 नवंबर 2016 को खेला था। टीम इंडिया के लिए उन्होंने अपना आखिरी वनडे नौ अप्रैल 2018 को खेला था, लेकिन इस खिलाड़ी ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में काफी प्रभावित किया था। यहां उनका बल्ला और गेंद दोनों चले थे।
इस सीजन उन्होंने सीनियर महिला टी20 ट्रॉफी में महाराष्ट्र की तरफ से खेलते हुए उन्होंने 130 रन बनाए लेकिन इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 109.24 का रहा और उन्होंने 6.17 की इकॉनमी से छह विकेट भी हासिल किए। वह अपनी टीम को क्वार्टर फाइनल तक ले जाने में सफल रहीं, वहीं महिला टी20 चैलेंजर ट्रॉफी में उन्होंने एक शानदार पारी खेली थी।
जिसके कारण सभी ने उनकी तारीफ की थी. उन्होंने इंडिया-बी से खेलते हुए इंडिया-सी के खिलाफ 27 गेंदों पर 41 रन बनाए थे। ये पारी तब आई थी जब उनकी टीम 141 रनों का पीछा करते हुए अपने चार विकेट महज 57 रनों पर खो चुकी थी।
Devika Vaidya दबाव को झेलना जानती हैं
Devika Vaidya जब टीम से बाहर थीं तब उन्होंने अपने जीवन में काफी कुछ झेला। वह चोटों से परेशान रहीं, वह तीन बार विश्व कप खेलने से चूक गईं. लेकिन सबसे बड़ा दुख उन्हें अपनी मां के जाने का रहा। इसी कारण एक समय क्रिकेट उनके लिए ज्यादा अहम नहीं रह गया था।
उन्होंने बताया था, “2019 में अपनी मां को खोने के बाद क्रिकेट मेरे लिए उबाऊ बन गया था, मुझे इसमें आनंद नहीं आ रहा था। मैं मानसिक तौर पर थक चुकी थी और तब मैंने फैसला किया कि मैं अपनी स्थिति को बेहतर करूंगी। मैंने साइकोलॉजिस्ट से बात की. मुझे इससे बाहर आने में समय लगा लेकिन अब मैं पहले जैसी नहीं रहीं.”
Devika Vaidya पर इसका असर भी दिखा
इंटरनेशनल क्रिकेट के दबाव को अब देविका आसानी से झेल लेती हैं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जिस सीरीज में उनकी वापसी हुई थी उसमें उन्होंने ये साबित किया था। डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए दूसरे टी20 मैच में भारत को आखिरी गेंद पर पांच रन चाहिए थे देविका सामने थीं और उन्होंने बिना दबाव लिए चौका मार मैच को सुपरओवर में पहुंचा दिया था।
इस मैच में भारत ने जीत हासिल की थी और ऑस्ट्रेलिया का विजयी रथ रोका था। इसी सीरीज के चौथे मैच में देविका ने कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ मिलकर दबाव के समय शानदार साझेदारी की थी। दोनों ने 45 गेंदों पर 72 रन जोड़े थे. इसमें देविका ने 20 गेंदों पर 24 रन बनाए थे. इसी कारण देविका को करोड़पति बनाया गया।