भारतीय टीम अपने तीसरे प्रयास में भी साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज को जीत नहीं सकी। 9 जून से शुरू हुई पांच मैचों की टी20 सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई।
सीरीज का अंतिम और निर्णायक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया और इस वजह से इस सीरीज की विजेता टीम की घोषणा नहीं हो सकी। हालांकि, अच्छी बात ये रही कि इस सीरीज को मेहमान टीम नहीं जीत पाई।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, साउथ अफ्रीका की टीम तीसरी बार भारतीय सरजमीं पर टी20 इंटरनेशनल सीरीज खेल रही थी। इससे पहले दो बार टीम भारत के दौरे पर टी20 सीरीज खेल चुकी है, जिसमें एक सीरीज साउथ अफ्रीका ने जीती थी, जबकि एक सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म हुई थी।
वहीं, अब ये तीसरी सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई, जिसमें पहले दो साउथ अफ्रीका ने जीते और आखिरी दो मैच भारत ने जीते।
भारत में 2015 में पहली बार साउथ अफ्रीका की टीम ने टी20 सीरीज खेली थी। उस तीन मैचों की सीरीज में 3 में दो मैच दक्षिण अफ्रीका ने जीत दर्ज की थी, जबकि एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था।
दूसरी बार भारत में दोनों देशों के बीच टी20 सीरीज साल 2019 में खेली गई थी। उस सीरीज में 1-1 मैच दोनों टीमों ने जीता था, जबकि एक मैच बारिश की भेंट चढ़ा था। ऐसा ही कुछ 2022 में भी हुआ है, लेकिन भारत सीरीज अभी भी नहीं जीत पाया है।
इस सीरीज की बात करें तो पहला मैच दिल्ली के स्टेडियम में खेला गया था, जिसे साउथ अफ्रीका की टीम ने 7 विकेट से जीता था,उसके बाद दूसरा मुकाबला कटक में हुआ था, उसे भी मेहमान टीम साउथ अफ्रीका ने अपने नाम किया था। हालांकि, तीसरा मैच विशाखापट्टनम में भारत ने 48 रन से जीता और चौथा मैच 82 रन राजकोट के मैदान पर मेजबान टीम ने जीता और सीरीज में बराबरी की, जो आखिरकार 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई।
चोटिल तेम्बा बावुमा की गैरमौजूदगी में टीम की कमान संभाल रहे केशव महाराज ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और इशान किशन ने उनके पहले ही ओवर में दो छक्कों के साथ खाता खोला।
लुंगी एंगिडी (छह रन पर दो विकेट) ने हालांकि लगातार ओवरों में दोनों सलामी बल्लेबाजों किशन (15) और रुतुराज गायकवाड़ (10) को पवेलियन भेजकर भारत को दोहरा झटका दिया।एंगिडी की सीधी और धीमी गेंद को चूककर ईशान किशन क्लीन बोल्ड हुए और गायकवाड़ ने मिड आन पर ड्वेन प्रिटोरियस को आसान कैच थमा दिया। गनीमत ये है की इसके बाद बारिश के कारण खेल रोक देना पड़ा। बारिश से पहले के समय कप्तान ऋषभ पंत एक रन बनाकर खेल रहे थे जबकि श्रेयस अय्यर ने खाता नहीं खोला था।