मानसी जोशी ने थाईलैंड में महिला ट्वेंटी-२० एशिया कप में बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टी-२० मैच खेला। उन्होंने डेब्यू मैच में तीन ओवर में 8 रन देकर 1 विकेट लिया था और अगले मैच में थाईलैंड के खिलाफ 8 रन देकर 2 विकेट लिए। उस मैच में उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। (हालाँकि उस खेल को टी-२० इंटरनेशनल का दर्जा नहीं दिया गया था)।
उन्होंने 2017 के महिला क्रिकेट विश्व कप क्वालीफायर में आयरलैंड के खिलाफ 10 फरवरी 2017 को महिला एक दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट (वनडे) की शुरूआत की थी। उन्हें हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा 26 मई, 2017 को एचटी यूथ फ़ोरम में उनके शीर्ष 30 में सम्मानित किया गया था। जोशी 2017 महिला क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रही थी, जहां टीम को इंग्लैंड टीम से नौ रनों से हार मिली थी।

Manshi Joshi Cricketer की टीमें
गुजरात जायंट्स टीम
हरियाणा महिला
भारत महिला
सुपरनोवास
Manshi Joshi Cricketer की बॉलिंग कैरियर आँकड़े
प्रारूप | मैच | पारी | गेंद | रन | विकेट | बेस्ट | औसत | इकोनोमी | स्ट्राइक |
वन डे | 14 | 14 | 572 | 379 | 16 | 3/16 | 23.68 | 3.97 | 35.7 |
टी20 | 8 | 8 | 150 | 176 | 3 | 1/8 | 58.66 | 7.04 | 50.0 |
Manshi Joshi Cricketer की बैटिंग कैरियर आँकड़े
प्रारूप | मैच | पारी | नॉट | रन | बेस्ट | औसत | गेंद | स्ट्राइक | शतक |
वन डे | 14 | 4 | 1 | 20 | 12 | 6.66 | 32 | 62.50 | 0 |
टी20 | 8 | 3 | 3 | 6 | 3* | 19 | 31.57 | 0 |
Manshi Joshi Cricketer की डब्ल्यूपीएल टी20 बॉलिंग आँकड़े
टीम | मैच | पारी | गेंद | रन | विकेट | बेस्ट | औसत | इकोनोमी | स्ट्राइक |
जीजी | 6 | 5 | 48 | 88 | 2 | 1/9 | 44.00 | 11.00 | 24.0 |
Manshi Joshi Cricketer की डब्ल्यूपीएल टी20 बैटिंग आँकड़े
टीम | मैच | पारी | नॉट | रन | बेस्ट | औसत | गेंद | स्ट्राइक | शतक |
जीजी | 6 | 3 | 2 | 18 | 7* | 18.00 | 30 | 60.00 | 0 |
Manshi Joshi Cricketer के हालिया मैच
सीजेड महिला बनाम डब्ल्यूजेड महिला 15 एवं 8* 0/18 28-मार्च-2024 Ambi अन्य
जीजी महिला बनाम डीसी महिला — 0/16 16-मार्च-2023 ब्रैबोर्न WT20
जीजी महिला बनाम एमआई महिला 7*–14-मार्च-2023 ब्रैबोर्न WT20
जीजी महिला बनाम डीसी महिला 5* 0/31 11-मार्च-2023 डीवाई पाटिल WT20
जीजी महिला बनाम आरसीबी महिला — 1/9 08-मार्च-2023 ब्रैबोर्न WT20
Manshi Joshi Cricketer का डेब्यू/आखिरी मैच
महिला वनडे मैच
पदार्पण IND महिला बनाम IRE महिला, कोलंबो (PSS) – 10 फरवरी, 2017
अंतिम IND महिला बनाम SA महिला, लखनऊ – 14 मार्च, 2021
टी20ई मैच
पदार्पण IND महिला बनाम BAN महिला, बैंकॉक – 26 नवंबर, 2016
अंतिम प्रोविडेंस में IND महिला बनाम WI महिला – 20 नवंबर, 2019
Manshi Joshi Cricketer अब WPL में दम दिखाएंगी

WPL Auction 2023 महिला प्रीमियर लीग के लिए आयोजित ऑक्शन पूरा हो गया। भारत की स्मृति मंधाना सबसे महंगी खिलाड़ी रहीं। उन्हें आरसीबी ने 3.40 करोड़ में खरीदा। वहीं उत्तराखंड की क्रिकेटर मानसी जोशी भी महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के पहले सीजन में दम दिखाएंगी।
Manshi Joshi Cricketer को गुजरात जाइंट्स ने शामिल किया
वहीं उत्तराखंड की क्रिकेटर मानसी जोशी पर भी धनवर्षा हुई। वह महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के पहले सीजन में दम दिखाएंगी। टिहरी निवासी मानसी जोशी को गुजरात जाइंट्स ने अपने खेमे में शामिल किया है।
गुजरात ने मध्यम तेज गेंदबाज मानसी पर 30 लाख रुपये का दांव खेला। नीलामी में मानसी का बेस प्राइज 30 लाख रुपये रखा गया था।
Manshi Joshi Cricketer ने लड़कों के साथ की क्रिकेट खेलने की शुरुआत
मूल रूप से टिहरी के पंतनगर की रहने वाली Manshi Joshi Cricketer की कहानी भी संघर्ष से भरी रही। मानसी ने सात साल की उम्र में ही क्रिकेट का ककहरा सीखना शुरू कर दिया था। मानसी ने लड़कों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया था।
Manshi Joshi Cricketer को मां ने हमेशा क्रिकेट के लिए प्रोत्साहित किया
मानसी ने बताया कि उनकी मां ने हमेशा क्रिकेट के लिए प्रोत्साहित किया। वह दीवार की तरह हमेशा उनके समर्थन में खड़ी रहीं।
Manshi Joshi Cricketer ने 2010 से 2021 तक हरियाणा से घरेलू क्रिकेट खेला
मानसी ने बताया कि उत्तराखंड को बीसीसीआइ से मान्यता नहीं होने के कारण वर्ष 2010 से 2021 तक वह हरियाणा से घरेलू क्रिकेट खेलीं। वर्ष 2022 में वह उत्तराखंड टीम से जुड़ गईं।
Manshi Joshi Cricketer के साथ नीलामी में ये भी रहीं शामिल
स्नेह और मानसी के अलावा उत्तराखंड से गेस्ट प्लेयर पूनम राउत, एकता बिष्ट, नंदनी कश्यप, राघवी बिष्ट, सारिका कोली, पूजा राज ने भी डब्ल्यूपीएल के आक्शन के लिए पंजीकरण कराया था।
Manshi Joshi Cricketer ने बताया- इंगलैंड क्यों छीनकर ले गया वर्ल्डकप?
महिला विश्वकप में हमारी बेटियों ने आखिरी दम तक मुकाबला कर देशवासियों का दिल जीत लिया। हालांकि टीम के खिलाड़ी रनिंग बिटवीन द विकेट को फाइनल में हुई हार का कारण मान रही हैं। टीम इंडिया का हिस्सा रही डीएवी कॉलेज फरीदाबाद की छात्रा मानसी जोशी ने यही बात कही। वह एमडीयू से संबद्ध डीएवी कॉलेज से एमए कर रही है।
मूलरूप से देहरादून की रहने वाली मानसी हरियाणा से आल राउंडर कैटेगिरी में खेलती हैं। वह विश्व कप में इंडिया टीम के 15 खिलाड़ियों में शामिल थी। बकौल मानसी, विश्व कप में उसने पाकिस्तान के खिलाफ छह ओवर में नौ रन दिए और दो विकेट चटकाए। श्रीलंका के खिलाफ पांच ओवर में 31 रन दिए। मानसी का मानना है कि इस विश्व कप में भले ही हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन इससे एक नई क्रांति को जन्म मिला है।
पूरी टीम यह विश्व कप कप्तान मिताली राज और बॉलर झूलन गोस्वामी को समर्पित करना चाहती थी। दोनों ने क्रिकेट के लिए बहुत कुछ किया है। पूरी टीम इसी उद्देश के साथ मैदान पर उतरी थी कि देश के साथ इन दोनों खिलाड़ियों को यह समर्पित कर सके। 170 रनों तक पूरी टीम बेहतर परफारमेंस कर रही थी, लेकिन आखिर में टीम की लय बिगड़ गई। कई खिलाड़ियों का रन आउट होना गलत रहा, जिसने पूरा मैच पलट दिया।
रनिंग बिटवीन द विकेट में तालमेल की कमी ने हमसे कप छीन लिया। इस हार से भी उन्होंने सीख ली है। अब अगले वर्ष होने वाले टी-20 की तैयारियों में अभी से जुट गए हैं। मानषी ने जल्द ही एमडीयू में आने की बात कही है। बकौल मानसी, वह देहरादून से है। हरियाणा से खेलने का मकसद यह है कि यहां के खिलाड़ियों को अच्छा सपोर्ट मिलता है। मां-बाप भी बेटियों को चौका-चूल्हा की बजाय खेल के मैदान में देखने की इच्छा रखते हैं। इसीलिए हरियाणा से खेलने का फैसला लिया था।
Manshi Joshi Cricketer कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव, T20 चैलेंजर से बाहर हुई
कोविड 19 की वजह से क्रिकेट का नुकसान होना जारी है भारतीय महिला टीम की तेज गेंदबाज मानसी जोशी कोविड-19 जांच में पॉजिटिव आयी है। कोविड 19 रिपोर्ट पॉजिटिव आने से पहले मानसी जोशी अगले महीने यूएई में खेली जाने वाली महिला टी20 चैलेंजर का हिस्सा नहीं होंगी।
27 साल की मानसी कोरोना वायरस जांच में पॉजिटिव आने के बाद देहरादून में क्वारंटीन हैं. वह मुंबई नहीं गयी हैं जहां टी20 चैलेंजर में भाग लेने वाली अन्य भारतीय खिलाड़ी 13 अक्टूबर को पहुंच गये थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मानसी की जगह मिताली राज की अगुवाई में वेलोसिटी टीम में 26 साल की तेज गेंदबाज मेघना सिंह को शामिल किया गया है। मानसी ने 2016 में पदार्पण करने के बाद भारत के लिए 11 एकदिवसीय और आठ टी20 में देश का प्रतिनिधित्व किया है।
Manshi Joshi Cricketer ने पहाड़ी खेतो से क्रिकेट खेलकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का सफर तय किया
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर मानसी जोशी जो की वर्तमान में भारतीय महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम की सदस्य है की कहानी काफी प्रेरणादायक है। उत्तराखण्ड की बेटियाँ आज हर क्षेत्र में फलक पर जा पहुंची है ये बेटियाँ ही है जो अपने प्रदेश के साथ साथ अपने राष्ट्र को भी गौरवान्वित कर रही है इन्ही बेटिओ में से एक है उत्तरकाशी की मानसी जोशी।
उत्तराखण्ड के सुदूरवर्ती जिले उत्तरकाशी की मानसी जोशी को बचपन से ही क्रिकेट का ऐसा जूनून था की पहाड़ में खेलने के लिए उचित स्थान न होने की वजह से पहाड़ के सीढ़ीनुमा खेतों में बच्चों के साथ क्रिकेट खेला करती थी। उसी कड़ी मेहनत का असर है की आज वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर है।
उत्तराखण्ड का सुदूरवर्ती जिला है उत्तरकाशी। यहां डुंडा ब्लॉक के गेंवला ब्रह्मखाल गांव मानसी जोशी का मूल जन्म स्थान है। मानसी की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही सुमन ग्रामर स्कूल में हुई। मानसी का बचपन से ही क्रिकेट से बेहद लगाव रहा। मानसी के पिता भूपेन्द्र जोशी होटल व्यवसाय से जुड़े हैं। पिता भूपेन्द्र जोशी बताते हैं कि मानसी गांव के खेतों में बच्चों के साथ क्रिकेट खेला करती थी।
कक्षा पांच पास करने के बाद मानसी अपनी आगे की पढ़ाई के लिए मां के साथ रुड़की चली गई। जहाँ उन्होंने दिल्ली रोड पर सरस्वती विद्या मंदिर में प्रवेश लिया। पहाड़ की असुविधाओ से बाहर निकलने के बाद मानसी को एक अच्छा प्लेटफार्म मिला। मानसी ने विद्यालय में होने वाली गोला फेंक, चक्का फेंक समेत खेलों में भी अपना जलवा दिखाया। उन्होंने विद्यालय की टीम से दिल्ली और मुम्बई में खेलते हुए कई मेडल अपने नाम कर लिए थे।
Manshi Joshi Cricketer ने क्रिकेट को ही चुना अपना कॅरियर
मानसी ने स्पोट्स कॉलेज फरीदाबाद से एमए की शिक्षा ग्रहण की और क्रिकेट की ओर बढ़ती रुचि को देखते हुए मानसी ने क्रिकेट में अपना कॅरिअर बनाने का फैसला लिया। उन्होंने सेंट जोजफ में कार्यरत कोच पीयूष रौतेला से क्रिकेट का प्रशिक्षण लिया। पीयूष रौतेला ने उन्हें क्रिकेट की हर बारीकियों से रूबरू करवाया। मानसी जिस मुकाम पर पहुंची है वह इसका श्रेय हमेशा से अपने कोच रौतेला को देती आयी है।
Manshi Joshi Cricketer ने उत्तराखंड सरकार की नौकरी ठुकराई-
जब मानसी जोशी को उत्तराखण्ड के खेल विभाग से पत्र मिला जिसमे चिह्नित सात विभागों में 4600 व 4800 ग्रेड पे पर ज्वाइनिंग की बात लिखी थी। मानसी को पता था की राज्य में न तो क्रिकेट को मान्यता है और न ही यहां से आगे खेलने के अच्छे मौके मिलेंगे। अपने क्रिकेटर के कॅरियर के चलते मानसी जोशी ने उत्तराखण्ड में सरकारी नौकरी का प्रस्ताव ठुकरा दिया। लेकिन मानसी जोशी ने इसके बदले देहरादून में घर देने की मांग जरूर की थी।
Manshi Joshi Cricketer की धुंआधार बॉलिंग ने भारत को दिलाई जीत
उत्तराखण्ड की बेटी ने एक बार फिर से भारत के साथ साथ अपने राज्य को गौरवान्वित पल प्रदान किया है। भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए पहले वनडे मैच को भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने नौ विकेट से अपने नाम कर लिया। बता दे की चोट के कारण लंबे समय के बाद वनडे में वापसी कर रहीं उत्तराखण्ड की मानसी ने भारत की तरफ से सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए 16 रन देकर तीन विकेट चटकाए और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
वही भारत की ओर से स्मृति मंधाना ने ताबड़तोड़ अर्धशतक लगाते हुए 73 रन की पारी खेली। गॉल अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेल गए इस मैच में जीत हासिल करते ही भारत ने तीन वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है।
Manshi Joshi Cricketer का मूल निवास और संघर्ष
उत्तराखंड का सुदूरवर्ती जिला है उत्तरकाशी। यहां डुंडा ब्लॉक के गेंवला ब्रह्मखाल गांव में मानसी जोशी का जन्म हुआ। मानसी के पिता भूपेन्द्र जोशी होटल व्यवसाय से जुड़े हैं। मानसी की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही सुमन ग्रामर स्कूल में हुई। मानसी का बचपन से ही क्रिकेट से ऐसा लगाव रहा कि मानसी गांव के खेतों में बच्चों के साथ क्रिकेट खेला करती थी। कक्षा पांच पास करने के बाद मानसी अपनी आगे की पढ़ाई के लिए मां के साथ रुड़की चली गई।
यहां उन्होंने दिल्ली रोड पर सरस्वती विद्या मंदिर में प्रवेश लिया। इसके बाद मानसी को अच्छा प्लेटफार्म मिला। मानसी ने विद्यालय में होने वाली गोला फेंक, चक्का फेंक समेत खेलों में भी अपना जलवा दिखाया। उन्होंने विद्यालय की टीम से दिल्ली और मुम्बई में खेलते हुए कई मेडल हासिल किए।
Manshi Joshi Cricketer ने क्रिकेट में बढ़ती रुचि को देखते हुए उसे कॅरियर बनाने का फैसला लिया-
क्रिकेट की ओर बढ़ती रुचि को देखते हुए मानसी ने क्रिकेट में अपना कॅरिअर बनाने का फैसला लिया। उन्होंने सेंट जोजफ में कार्यरत कोच पीयूष रौतेला से क्रिकेट का प्रशिक्षण लिया। रुचि को देखते हुए पीयूष रौतेला ने उसे क्रिकेट की हर बारीकियों से रूबरू करवाया। मानसी जिस मुकाम पर पहुंची है वह हमेशा इसका श्रेय अपने कोच रौतेला को देती है।