Ankit Bawne एक भारतीय क्रिकेटर हैं इनके पिता का नाम रामदास बावने है इनका पूरा नाम अंकित रामदास बावने है जो भारतीय घरेलू क्रिकेट में महाराष्ट्र के लिए खेलते हैं। 50 से अधिक के प्रथम श्रेणी औसत के साथ दाएं हाथ के मध्य क्रम के बल्लेबाज है उन्होंने भारत के अंडर -23 और वेस्ट ज़ोन का प्रतिनिधित्व किया है।
इनका जन्म 17 दिसंबर 1992, पैठा, औरंगाबाद मे हुआ था इनकी आयु अभी करीब 32 वर्ष की है इनकी बल्लेबाजी शैली दाहिने हाथ के बल्लेबाज की है और इनकी गेंदबाजी शैली दाहिने हाथ के ऑफब्रेक गेंदबाज की है टीम मे इनकी भूमिका मध्यक्रम बल्लेबाज की है।
एक स्टाइलिश मध्यक्रम बल्लेबाज, अंकित बावने एक दशक से भी अधिक समय से महाराष्ट्र के मध्यक्रम के बल्लेबाज रहे हैं, जिन्होंने साल 2007 में प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया था। यह अजीब लगता है कि भारत की घरेलू लीग में 10 सीज़न का अनुभवी खिलाड़ी सिर्फ वास्तविक आयु 24 वर्ष (2017 तक)। भारतीय घरेलू परिदृश्य में उन प्रतिभाशाली बच्चों में से एक, बावने मुश्किल से 15 साल के थे जब उन्होंने कर्नाटक के खिलाफ महाराष्ट्र में पदार्पण किया था।
दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए यह एक मामूली शुरुआत थी और वह दूसरी पारी में विनय कुमार के हैट्रिक शिकारों में से एक थे। लेकिन तब से वह काफी आगे बढ़े हैं और अपनी टीम की धड़कन बन गए हैं।
Ankit Bawne ने खुद को एक बहुमुखी बल्लेबाज के रूप में विकसित किया है और 1992 के बाद 2013-14 सीज़न के दौरान महाराष्ट्र को अपने पहले रणजी फाइनल में पहुंचाया, जहां वे कर्नाटक से हार गए। 2016-17 के रणजी सीज़न के दौरान, बावने स्वप्निल गुगले के साथ 594 रन की साझेदारी में शामिल थे, जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में किसी भी विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी थी। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने नाबाद 258 रन बनाए जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।
बावने को 2017 की आईपीएल नीलामी के दौरान दिल्ली डेयरडेविल्स फ्रेंचाइजी में कॉल-अप के रूप में पुरस्कार मिला और उन्हें दक्षिण अफ्रीका दौरे और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के लिए भारत ‘ए’ टीम के लिए भी चुना गया।
अंकित रामदास बावने (जन्म 17 दिसंबर 1992) एक भारतीय क्रिकेटर हैं जो भारतीय घरेलू क्रिकेट में महाराष्ट्र के लिए खेलते हैं। 50 से अधिक के प्रथम श्रेणी औसत के साथ दाएं हाथ के मध्य क्रम के बल्लेबाज, उन्होंने भारत अंडर -23 और पश्चिम क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है।
बावने ने 2007 में कर्नाटक के खिलाफ अपने 15वें जन्मदिन के एक सप्ताह बाद ही प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया। उन्होंने 2009 में बीसीसीआई पुरस्कारों में ‘सर्वश्रेष्ठ अंडर-15 क्रिकेटर’ का पुरस्कार जीता।
बावने ने 2012-13 रणजी ट्रॉफी में 60.30 की औसत से 600 से अधिक रन बनाए, जिसमें लगातार पचास से अधिक के पांच स्कोर शामिल थे। उन्होंने दिल्ली के खिलाफ 58 और 55 रन और कर्नाटक के खिलाफ नाबाद 155 रन बनाये। उन्हें 2013-14 दलीप ट्रॉफी के लिए पश्चिम क्षेत्र टीम में चुना गया था जिसमें उन्होंने नंबर 3 पर बल्लेबाजी की और दक्षिण क्षेत्र के खिलाफ नाबाद 115 रन बनाये।
बावने 2013-14 रणजी ट्रॉफी में 66.45 की औसत से 731 रन बनाकर शीर्ष रन बनाने वालों में से थे, जिससे उनकी टीम 1992-93 के बाद पहली बार रणजी फाइनल में पहुंची। उन्होंने गत चैंपियन मुंबई के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 84 रन बनाए, जब महाराष्ट्र का स्कोर 3 विकेट पर 24 रन था, और महाराष्ट्र को मैच जीतने और मुंबई को बाहर करने में मदद की।
इसके बाद उन्होंने सेमीफाइनल में बंगाल के खिलाफ मसालेदार पिच पर 89 रन बनाए। कर्नाटक के खिलाफ फाइनल में, उन्होंने 89 और 61 रन बनाए, और रणजी ट्रॉफी नॉकआउट चरण में लगातार चार 50 से अधिक स्कोर बनाने वाले कुछ खिलाड़ियों में से एक बन गए।
उन्होंने 2014-15 दलीप ट्रॉफी में वेस्ट जोन के लिए खेला और ईस्ट जोन के खिलाफ 105 रन बनाकर अपनी टीम के लिए सर्वोच्च स्कोर बनाया। 2014-15 विजय हजारे ट्रॉफी में, बावने ने 4 मैचों में 297 की औसत और 86 की स्ट्राइक रेट से 297 रन बनाए। उनकी पारियों में बड़ौदा के खिलाफ नाबाद 102, मुंबई के खिलाफ नाबाद 78 और सौराष्ट्र के खिलाफ नाबाद 110 रन शामिल थे।
Ankit Bawne ने 2014-15 रणजी ट्रॉफी में 598 रन बनाए। उन्होंने सौराष्ट्र के खिलाफ पारी की जीत में सर्वाधिक 124 रन बनाए; साथ ही गुजरात के विरुद्ध 54 और नाबाद 100 रन भी बनाये। अंतिम ग्रुप मैच में विदर्भ के खिलाफ उनकी नाबाद 100 रनों की पारी ने महाराष्ट्र को मैच जीतने और नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई करने में मदद की।
2015-16 रणजी ट्रॉफी में, बावने ने हरियाणा के खिलाफ शुरुआती मैच में 172 रन बनाए। उन्होंने उड़ीसा के खिलाफ 60 और 44, बंगाल के खिलाफ 65 और गत चैंपियन कर्नाटक के खिलाफ नाबाद 87 रन बनाये।
2016-17 रणजी ट्रॉफी में उन्होंने स्वप्निल गुगले के साथ 594 रन की साझेदारी की, जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी और रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे बड़ी साझेदारी थी। फरवरी 2017 में, उन्हें 2017 इंडियन प्रीमियर लीग के लिए दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने 10 लाख में खरीदा था।
वह 2018-19 विजय हजारे ट्रॉफी में सात मैचों में 328 रन के साथ महाराष्ट्र के लिए अग्रणी रन-स्कोरर थे। अक्टूबर 2018 में, उन्हें 2018-19 देवधर ट्रॉफी के लिए भारत ए की टीम में नामित किया गया था।
अगस्त 2019 में, उन्हें 2019-20 दलीप ट्रॉफी के लिए इंडिया ब्लू टीम की टीम में नामित किया गया था।

Ankit Bawne की टीमें
दिल्ली डेयरडेविल्स
भारत ए
इंडिया ब्लू
भारत अंडर-23
भारतीय बोर्ड अध्यक्ष एकादश
महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन टीम
शेष भारत
रूपगंज टाइगर्स क्रिकेट क्लब
इंडिया बी
Ankit Bawne बैटिंग कैरियर आँकड़े
प्रारूप | मैच | पारी | नॉट | रन | बेस्ट | औसत | गेंद | स्ट्राइक | शतक | फिफ्टी | चौके | छक्के |
एफसी | 122 | 194 | 34 | 8241 | 258* | 51.50 | 17290 | 47.66 | 24 | 42 | 942 | 76 |
सूची ए | 126 | 117 | 21 | 4650 | 184* | 48.43 | 5850 | 79.48 | 15 | 20 | 419 | 67 |
टी20 | 42 | 35 | 10 | 875 | 90* | 35.00 | 665 | 131.57 | 0 | 7 | 83 | 31 |
Ankit Bawne बॉलिंग कैरियर आँकड़े
प्रारूप | मैच | पारी | गेंद | रन | विकेट | बेस्ट | औसत | इकोनोमी | स्ट्राइक |
एफसी | 122 | 19 | 428 | 275 | 4 | 2/25 | 68.75 | 3.85 | 107.0 |
सूची ए | 126 | 12 | 408 | 315 | 6 | 2/28 | 52.50 | 4.63 | 68.0 |
टी20 | 42 | 5 | 78 | 90 | 3 | 2/12 | 30.00 | 6.92 | 26.0 |
Ankit Bawne आईपीएल बैटिंग आँकड़े
टीम | मैच | पारी | नॉट | रन | बेस्ट | औसत | गेंद | स्ट्राइक | शतक |
डीसी | 1 | 1 | 1 | 12 | 12* | 0.00 | 12 | 100.00 | 0 |
Ankit Bawne के हालिया मैच
महाराष्ट्र बनाम विदर्भ 50 16-जनवरी-2025 वडोदरा सूची ए
महाराष्ट्र बनाम पंजाब 60 11-जनवरी-2025 वडोदरा सूची ए
महाराष्ट्र बनाम रेलवे 64 05-जनवरी-2025 वानखेड़े सूची ए
महाराष्ट्र बनाम आंध्र 4 03-जनवरी-2025 डीवाई पाटिल सूची ए
महाराष्ट्र बनाम सिक्किम –31-दिसम्बर-2024 वानखेड़े सूची ए
Ankit Bawne का डेब्यू/आखिरी मैच
एफसी मैच
पदार्पण महाराष्ट्र बनाम कर्नाटक, रत्नागिरी – दिसंबर 25 – 28, 2007
अंतिम कटक में महाराष्ट्र बनाम ओडिशा – 13 – 15 नवंबर, 2024
सूची ए
पदार्पण महाराष्ट्र बनाम गुजरात, राजकोट – 15 फरवरी 2009
अंतिम विदर्भ बनाम महाराष्ट्र, वडोदरा – 16 जनवरी, 2025
टी20 मैच
पदार्पण बंगाल बनाम महाराष्ट्र, हैदराबाद – 14 मार्च, 2011
अंतिम महाराष्ट्र बनाम गोवा, हैदराबाद – 03 दिसंबर, 2024
Ankit Bawne की खेल शैली
Ankit Bawne की तकनीक की घरेलू क्रिकेट में बहुत प्रशंसा हुई है। महाराष्ट्र के कोच सुरेंद्र भावे ने 2014 में कहा था, “उसके फ्रंट-फ़ुट स्ट्राइड को देखें। मैं किसी और को नहीं देख सकता जिसके पास तेज़ गेंदबाज़ों के सामने फ्रंट-फ़ुट पर इतना बड़ा स्ट्राइड है। सब कुछ बीच में है, बल्ला बहुत मधुर लगता है, और वह “मुश्किल परिस्थितियों” में रन बनाने के लिए जाना जाता है और “संकट के समय में महाराष्ट्र के लिए मददगार खिलाड़ी” के रूप में जाना जाता है।
Ankit Bawne का जीवन परिचय
औरंगाबाद के क्रिकेटर अंकित बावने को आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेलने का मौका मिला है। नीलामी में दिल्ली की टीम ने अंकित को 10 लाख की बेस प्राइज पर खरीदा है। औरंगाबाद के सह्याद्री नगर के एक मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले अंकित के नाम सबसे लंबी पार्टनरशिप का रिकॉर्ड भी दर्ज है।
Ankit Bawne का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सिलेक्शन…

उनके पिता रामदास बावने ने बताया कि, क्रिकेट को लेकर अंकित में जुनून बचपन से ही था। उनकी इस सफलता के पीछे उनकी मां और पिता का बड़ा योगदान रहा है। Ankit Bawne के पिता रामदास बावने वाटर रिसोर्स डिपार्टमेंट में काम करते हैं।
सिर्फ 5 साल की छोटी उम्र में उन्होंने हाथ में बैट पकड़ लिया था। वे स्कूल लेवल पर बतौर कप्तान कई बार ‘मैन ऑफ द मैच’ अपने नाम कर चुके हैं। पिता ने बताया कि, फर्स्ट क्लास क्रिकेट के लिए अंकित का सिलेक्शन सिर्फ 15 साल की उम्र में हुआ था। स्कूल में पढ़ने के दौरान महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) के इनवीटेशन मैच में अंकित ने अच्छी परफॉर्मेंस दी।
जिसके बाद उन्हें बीसीसीआई की ओर से आयोजित टैलेंट सर्च प्रोग्राम में खेलने का मौका मिला और उनका सिलेक्शन अंडर-15 महाराष्ट्र टीम के लिए हुआ। आगे चलकर वे महाराष्ट्र के कप्तान भी बने। उनकी कप्तानी में महाराष्ट्र ने सफलता के कई रिकॉर्ड अपने नाम किए।
Ankit Bawne ने तोड़ा 69 साल का रिकार्ड
पिछले कुछ सालों से महाराष्ट्र टीम की ओर से खेलते हुए अंकित ने डोमेस्टिक क्रिकेट में बड़ा नाम कमाया है। अक्टूबर 2016 में रणजी ट्रॉफी के मैच के दौरान पुणे के स्वप्निल गुगले और अंकित बावने ने नाबाद 594 रनों की साझेदारी कर 69 साल का रिकार्ड तोड़ते हुए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया था।
इससे पहले यह रिकॉर्ड विजय हजारे और गुल मोहम्मद के नाम दर्ज था। विजय और गुल की जोड़ी ने 1946/47 में रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में 577 रनों की साझेदारी की थी।
Ankit Bawne को क्रिकेट खेलने से मना करती थी मां
अंकित बचपन से ही क्रिकेट के साथ-साथ पढ़ाई में भी तेज थे। दसवीं क्लास में उनके 79 प्रतिशत नंबर थे। उनकी मां कांता बावने चाहती थीं कि, वे क्रिकेट की जगह पढ़ाई पर ध्यान दे। वे उन्हें क्रिकेट खेलने से अक्सर मना किया करती थीं। क्रिकेट खेलने के चक्कर में उन्हें कई बार मां की डांट और मार भी खानी पड़ी।
अब बेटे की इस सफलता से उनकी आंखें खुशी से भर आती हैं। वे अंकित का सिर्फ एक ही मैच स्टेडियम में देखने गईं हैं। उनका कहना है कि, वे कोशिश करेंगी कि बेटे का हर मैच स्टेडियम में जाकर देखें। अंकित का घर ‘मैन ऑफ द मैच’ की ट्रॉफी से भरा पड़ा है। उनकी मां ने बचपन की यादों के रूप में उनके सभी क्रिकेट बैट को संभाल कर अभी तक रखा है।
Ankit Bawne की फैमिली को आज भी याद है पहला मैच
महाराष्ट्र टीम में अच्छी परफॉरमेंस देने के बाद उनका 2007 में रणजी ट्राफी के लिए सिलेक्शन हुआ। उनके पिता ने बताया कि,”जब उन्होंने पहली सेंचुरी मारी तो पूरी फैमिली उनका मैच देखने स्टेडियम गई थी। हमें वह मैच आज भी याद है। आईपीएल में सिलेक्ट होने पर पिता का कहना है कि,”हमारे देश में आईपीएल एक नया फॉर्मेट है। हर खिलाड़ी को आईपीएल जरुर खेलना चाहिए।”
Ankit Bawne की शादी के लिए आ रहे हैं रिश्ते
Ankit Bawne की उम्र तकरीबन 24 साल है। उनकी शादी को लेकर भी रिश्ते आने लगे हैं। उनके पिता रामदास बावने ने बताया कि, “अंकित ने साफ कहा है कि जब तक वे टीम इंडिया में शामिल होकर कोई बड़ा मुकाम हासिल नहीं कर लेते तब तक शादी नहीं करेंगे।”
Ankit Bawne को खाने में स्प्राउट्स पसंद

अंकित बचपन से ही फिटनेस कांशियस रहे हैं। उन्होंने खाने में स्प्राउट्स और बॉयलड फूड्स बहुत पसंद है। वे डाइट में हाई प्रोटीन फूड पसंद है। अंकित की फिटनेस का अंदाजा उनकी सिक्स पैक्स एब्स को देख आसानी से लगाया जा सकता है। वे एक भी दिन जिम नहीं मिस करते हैं।
वे जब भी घर आते हैं, उनके घर पर दोस्तों का जमावड़ा लग जाता है। वे आज भी अपने स्कूल जाते हैं और बच्चों को क्रिकेट की टिप्स देते हैं।
अंकित को बॉलीवुड फिल्मों के गाने बहुत पसंद हैं। उनके पिता रामदास बावने ने बताया कि, “वे जब भी घर आते हैं, पूरे मोहल्ले में मानों उत्सव जैसा माहौल बन जाता है।”
“घर में रहने के दौरान उनके कानों में हेडफोन लगे रहते हैं। वे लाउड म्यूजिक पर पूरे परिवार को डांस जरुर करवाते हैं।”
उनके पिता ने बताया कि,”अंकित की परफॉर्मेंस देख उनके टीचर्स कहते थे कि, एक दिन अंकित बड़ा होकर देश का नाम जरुर रौशन करेंगे।”
Ankit Bawne की बहन ने मांगा बड़ा गिफ्ट
अंकित की छोटी सिस्टर सलोनी बावने ने बताया कि,”भईया जब भी बाहर जाते हैं तो मेरे लिए कोई न कोई गिफ्ट जरुर लाते हैं। इस बार मुझे भईया से कुछ बड़ा गिफ्ट चाहिए, जैसे आईपीएल के ‘मैन ऑफ द मैच’ की ट्रॉफी।”
सलोनी को स्पोर्ट्स, सिंगिंग और डांसिंग पसंद है। उन्होंने बताया कि,”भईया जब भी घर आता है, हम दोनों खूब धमाल करते हैं और वह मुझे हमेशा स्पोर्ट्स में अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।